उल्लेखनीय है कि मौसम में परिवर्तन के साथ ही लोगोंं मेंं वायरल फीवर का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। यही कारण है कि जिला अस्पताल में दो दिन पहले पुरूष और महिला वार्ड मरीजोंं से फूल था। मंगलवार को अधिकांश मरीज दिवाली त्यौहार मनाने के लिए छुट्टी लेकर अपने-अपने घर चले गए। ऐसे में इन वार्डों में अब गिनती के ही मरीज शेष बच गए हैं। उधर शुगर, बीपी समेत अन्य बीमारी से पीडि़त मरीज इलाज के लिए पहुंचे थे, लेकिन अधिकांश डाक्टरोंं के छुट्टी पर होने से उनका इलाज नहीं हो सका। जानकारी के अभाव में मरीजोंं को घंटों डाक्टर का इंतजार करना पड़ा।
लगी इमरजेंंसी ड्यूटी
सूत्रों की मानेंं तो दिवाली और चुनाव सीजन को देखते हुए जिला अस्पताल में तीन विशेषज्ञ डाक्टरों की इमरजेंंसी ड्यूटी लगाई गई है, जो २४ घंटे अपनी सेवा प्रदान करेंगे। बताया गया है कि विशेषज्ञ डाक्टर संजय वानखेड़े, डॉ सूर्यवंशी और एक अन्य डाक्टर को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सूत्रों की मानेंं तो दिवाली और चुनाव सीजन को देखते हुए जिला अस्पताल में तीन विशेषज्ञ डाक्टरों की इमरजेंंसी ड्यूटी लगाई गई है, जो २४ घंटे अपनी सेवा प्रदान करेंगे। बताया गया है कि विशेषज्ञ डाक्टर संजय वानखेड़े, डॉ सूर्यवंशी और एक अन्य डाक्टर को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सिविल सर्जन, डॉ एमएस मूर्ति ने बताया दिवाली त्यौहार के चलते अधिकांश मरीज छुट्टी लेकर घर चले गए हैं। इमरजेंसी के लिए डाक्टरोंं की ड्यूटी लगाई गई है।