उल्लेखनीय है कि कोरोना का दूसरा लहर पहले से भी ज्यादा प्रभावशाली हैं। पूर्व में संक्रमित मरीजों में सर्दी,खांसी और बुखार के लक्षण परिलक्षित हो रहे थे, लेकिन अब इन लक्षणों के साथ ही बदन दर्द, उल्टी-दस्त और निमोनिया की शिकायत भी मिल रही है। ऐसे में लक्षण के आधार पर कोरोना संक्रमितों की पहचान करने मेंस्वास्थ्य विभाग का पसीना छूट रहा है।
ऐसे में लक्षण वाले मरीजों को चिन्हांकित करने के बाद कोरोना टेस्टिंग पर जोर दिया जा रहा है। एक जानकारी के अनुसार धमतरी जिले में प्रतिदिन 1175 लोगों का कोरोना जांच करने का लक्ष्य दिया गया है, लेकिन संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए जिला प्रशासन के निर्देश पर जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से यहा औसतन करीब 13 सौ टेस्टिंग किया जा रहा है। प्रतिदिन औसतन यहां 65 नए मरीजों की पुष्टि हो रही है। पिछले माह की तुलना यह आंकड़ा 20 फीसदी अधिक है।
ऐसे में संक्रमण की दर को कम करने के लिए जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने जिला एवं व्लास्तर पर स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक ली। इस दौरान उन्होंने क्षेत्रवार मरीजों की संख्या और संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की। बताया गया है कि धमतरी शहर की अपेक्षा अब धमतरी ग्रामीण और कुरुद ब्लाक में संक्रमण का सबसे ज्यादा खतरा है। यहां टेस्टिंग बढ़ाने के लिए कहा गया है।