स्टेट बैंक देश का सबसे बड़ा बैंक हैं। यह बैंक अपने उपभोक्ताओं को सर्विस प्रदान करने के लिए हर तरह की सुविधा मुहैय्या करा रहा है। धमतरी जिले में मुख्य स्टेट बैंक के अलावा ८ जगहों पर इसकी शाखाएं संचालित हो रही है, जहां ३ लाख से अधिक बचत खाताधारक है। अधिकांश खाताधारक ग्रामीणों क्षेत्रों से हैं। बैंक अपने उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा भी प्रदान किया जा रहा है, लेकिन अब राशि जमा और आहरण करने, आरटीजीएस और एनईएफटी के माध्यम से ट्रांजेक्शन करने पर पहले के मुकाबले कम शुल्क लिया जाएगा।
वहीं अब शहर में मंथिली जो कि पहले ३ हजार रूपए था उसे २ हजार किया जा रहा है। इससे उपभोक्ताओं को राहत तो मिलेगी, लेकिन अन्य सेवाओं के लिए उनसेे सर्विस शुल्क वसूला जाएगा। ऐसे में कहीं पर उपभोक्ताओं को राहत मिल सकती है, तो कहीं पर सर्विस शुल्क पटाना पड़ सकता है।
बहरहाल नियमों को लेकर उपभोक्ता असमंजस की स्थिति में है। स्टेट बैंक के एक अधिकारी की मानें तो अब 10 हजार तक की ब्रांच से एनईएफटी कराने पर 2 रूपए, एक लाख से दो लाख तक की एनईएफटी पर 12 रूपए, दो लाख से ज्यादा की एनईएफटी पर 20 रुपए के अलावा जीएसटी देना पड़ेगा। इसी तरह बचत खाता धारकों के लिए एक वित्तीय वर्ष में पहला 10 चेक फ्री प्रदान किया जाएगा। इसके बाद 10 चेक वाली चेकबुक के लिए 40 रुपए और जीएसटी चुकाना होगा।