उल्लेखनीय है कि शनिवार को एसटीएफ और डीआरजी की टीम ने मेचका के मादागिरी पहाड़ के नीचे जंगल में घेराबंदी कर प्रमिला उर्फ राजुला, राजू, मंजूलता उर्फ दुर्गा तथा मुन्नी उर्फ रश्मि को मार गिराया था। इनके पास से बड़ी तादाद में हथियार भी बरामद किया गया है। पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार शनिवार की देर रात करीब दस बजे एसटीएफ और डीआरजी के 50 जवानों की टीम सकुशल मुख्यालय लौट आई है।
पुलिस ने आगे बताया कि सीतानदी-गोबरा दलम और नगरी एरिया कमेटी की इस टीम में दुर्दांत माओवादी सत्यम गावड़े, टिकेश्वर उर्फ टीकेश एकावारी, शांति उर्फ देवे बीजापुर समेत करीब 25 से 30 लड़ाके शामिल थे। जंगल में फोर्स को भारी पड़ता देख वे भाग निकलने में सफल हो गए।
नेटवर्क टूटा उधर, जब से जिले में एसटीएफ की टीम ने मोर्चा सम्हाला है, तब से माओवादियों के पांव उखडऩे लगे है। पहले दुर्दांत कमांडर जयसिंह (30) मानपुर राजनांदगांव मारा गया था। इसके बाद सेवकराम और महिला कमांडर सीमा मंडावी निशाना बने। एक साथ चार हार्डकोर माओवादियों के मारे जाने के बाद इनका नेटवर्क भी टूट गया है।