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धमतरी

शिक्षा विभाग की उदासीनता पढ़ रही महंगी, छात्रों ने कहा- स्कूल में नहीं देखा कंप्यूटर

स्कूलों में डिजिटल क्रांति योजना का नहीं मिल रहा ला लाभ

धमतरीApr 23, 2018 / 12:04 pm

Deepak Sahu

स्कूलों में डिजिटल क्रांति योजना का नहीं मिल रहा ला लाभ
धमतरी. उल्लेखनीय है कि जिले में राज्य शासन द्वारा डिजिटल क्रांति योजना शुरू की गई है। इस योजना के तहत कक्षा-9वीं से लेकर 12वीं तक छात्र-छात्राओं को नि:शुल्क कम्प्यूटर शिक्षा प्रदान करना है, लेकिन शिक्षा विभाग की उदासीनता से छात्र-छात्राओं का भविष्य पर ग्रहण लग गया है। एक जानकारी के अनुसार जिले मेंं 770 प्राथमिक, 445 माध्यमिक, 52 हाईस्कूल और 108 हायर सेकंडरी स्कूल संचालित हो रहा है। इस योजना के तहत शिक्षा विभाग द्वारा वर्ष-2013 में 106हाई और हायर सेकंडरी स्कूलों को कम्प्यूटर प्रदान किया गया था, लेकिन देखरेख के अभाव मेंं इसमें से अधिकांश कम्प्यूटरों में तकनीकी खराबी आ गई है। यही कारण कि अब छात्र-छात्राओंं को कम्प्यूटर शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है। उधर इस योजना के तहत वर्ष-2007 में 22स्कूलों को प्रदान किए गए कम्प्यूटर कबाड़ में तब्दील हो गया। लगातार कम्प्यूटर को अपडेट करने और नया कम्प्यूटर सिस्टम प्रदान करने के लिए संबंधित विभाग को पत्राचार भी किया जा रहा है, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।


कंप्यूटर कोर्स का लेना पढ़ रहा सहारा

शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते जिले मेंं डिजिटल क्रांति योजना का लाभ छात्र-छात्राओं को नहीं मिल रहा है। देखरेख के अभाव में अधिकांश स्कूलोंं के कम्प्यूटर कबाड़ मेंं तब्दील हो गए है या तो पड़े-पड़े खराब हो रहे हैं। यही कारण है कि कम्प्यूटर शिक्षा में रूचि रखने वाले छात्रों को निजी संस्थानों में कम्प्यूटर कोर्स करना पड़ रहा है।
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भेजे गए कम्प्यूटर हो रहे कबाड़

एनके पांडे, आरएमएस- शासन की योजना के तहत स्कूलोंं को कम्प्यूटर प्रदान किया गया है, जिसका छात्र-छात्राओं को लाभ भी मिल रहा है। कम्प्यूटर खराब होने की जानकारी नहीं मिली है।छात्र राजेश साहू, महेन्द्र कुमार देवांगन, कुलेश सोनवानी ने बताया कि उन्होंने अपने स्कूल में अब तक कम्प्यूटर को देखा ही नहीं। और तो और शिक्षक भी इसके बारे में जानकारी नहीं देते।

नहीं मिला कम्प्यूटर

हायर सेंकेंडरी स्कूल की शिक्षकों का कहना है कि विषय संबंंधित ज्ञान के अलावा वर्तमान मेंं कम्प्यूटर ज्ञान भी आवश्यक हो गया है। स्कूलों में खेल परिएड के अलावा अन्य शैक्षणिक गतिविधियां संचालित की जा रही है, लेकिन कम्प्यूटर ज्ञान के लिए कोई विशेष पहल नहीं किया जा रहा है। शायद यही कारण है कि 28 स्कूलोंं को अभी तक कम्प्यूटर नहीं मिला है।
शिक्षा विभाग की उदासीनता के चलते जिले मेंं डिजिटल क्रांति योजना का लाभ छात्र-छात्राओं को नहीं मिल रहा है। देखरेख के अभाव में अधिकांश स्कूलोंं के कम्प्यूटर कबाड़ मेंं तब्दील हो गए है या तो पड़े-पड़े खराब हो रहे हैं। यही कारण है कि कम्प्यूटर शिक्षा में रूचि रखने वाले छात्रों को निजी संस्थानों में कम्प्यूटर कोर्स करना पड़ रहा है।

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