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एक साथ हुई तीन जिगरी दोस्तों की दर्दनाक मौत, साथ उठी अर्थी तो रो पड़ता पूरा गांव, तीनों घर के थे इकलौते

locationधमतरीPublished: Mar 14, 2020 04:26:14 pm

Submitted by:

Bhawna Chaudhary

तीनों दोस्तों का जब शांतिघाट में दाह संस्कार किया जा रहा था, उस समय वहां मौजूद लोगों की आंखे नम हो गई।

धमतरी. सड़क दुर्घटना में मृत ऋषभ नेताम, दीपेश ओटी और देवेन्द्र यादव की अर्थी शुक्रवार को एक साथ उठी। तीनों दोस्तों का जब शांतिघाट में दाह संस्कार किया जा रहा था, उस समय वहां मौजूद लोगों की आंखे नम हो गई। उल्लेखनीय है कि गुरूवार को वे तीनों दोस्त जल्द घर लौटने की बात कहकर एक साथ घूमने निकले थे, लेकिन उन्हें क्या मालूम था, कि मौत उनका पीछा कर रही है।

शहर में हुई इस हृदयविदारक घटना ने नगरवासियों को गमगीन कर दिया है। एक साथ तीन घर के इकलौते चिरोगों का यूं असमय चले जाना, हर किसी को बेचैन कर रहा है। उनके माता-पिता को भरोसा ही नहीं है कि उनके लख्ते-जिगर अब इस दुनियां में नहीं है। युवा ऋषभ नेताम के पिता बलराम और मां लेखाबाई का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बताया कि ऋषभ हंसमुख और काफी मिलनसार था। वह उनकी काफी इज्जत भी करता था। हम लोग उसका हाथ पीला करने का सपना देख रहे थे, लेकिन नियति को कुछ और मंजूर था। युवा दिनेश ओटी की मां मीना बाई की आंखों से आंसू थम नहीं रहे हैं। वह बार-बार घर से बाहर निकलकर उसे आवाज देती है।

गौरतलब है कि मीना बाई के पति रामदेव का काफी साल पहले निधन हो गया था। अपने बेटे को किसी तरह उसने मेहनत-मजदूरी कर पाला-पोसा और बड़ा किया। उसे उम्मीद थी कि बुढ़ापे में उसका सहारा बनेगा। घर में बहु आएगी, फिर सुकून की जिंदगी नसीब होगी। इस दुर्घटना ने उनके सभी ख्वाबों पर पानी फेर दिया।

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