धमतरीPublished: Sep 25, 2018 11:46:18 am
Deepak Sahu
पिछले कुछ सालों से कॉलेजों में छात्रसंघ का चयन मनोनयन से होता है। मनोनयन का मतलब है कि मेरिट में आने वाले छात्र ही छात्रसंघ का हिस्सा होंगे।
इस कॉलेज के टॉपर्स ने छात्रसंघ का हिस्सा बनने से किया मना, अब दूसरे स्टूडेंट्स को ऐसे मिलेगा मौका
धमतरी. छात्र राजनीति अक्सर युवाओं के आकर्षण का केंद्र रही है।लेकिन मेरिट में आने वाले स्टूडेंट इससे दूर ही रहना पसंद करते है।पिछले कुछ सालों से कॉलेजों में छात्रसंघ का चयन मनोनयन से होता है। मनोनयन का मतलब है कि मेरिट में आने वाले छात्र ही छात्रसंघ का हिस्सा होंगे। इसी की तर्ज पर बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव शासकीय स्नातकोत्तर कालेज में छात्रसंघ के पदाधिकारियों की सूची सोमवार को फाइनल होना था। लेकिन मेरिट सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले छात्र-छात्रों ने अध्यक्ष और सचिव बनने से इंकार कर दिया। इसलिए अब दूसरे छात्रों को मौका दिया जा रहा है। मंगलवार को इनकी सूची जारी कर दी जाएगी।