यह मामला कुरूद विधानसभा क्षेत्र के ग्राम जोरातराई (सिलौटी) का है। पौनी पसारी बंद करने की शिकायत लेकर पूरे परिवार के साथ कलक्ट्रेट पहुंचे देवलाल महार ने बताया कि पंचायत द्वारा वर्ष-2006-07 में उसे गांव में आबादी जमीन दिया था, लेकिन अब वर्तमान में जो पंचायत प्रतिनिधि हैं, वे उन्हें अतिक्रमण के नाम पर प्रताडि़त कर रहे हैं। इतना ही नहीं उनकी पौनी-पंसारी भी बंद कर दी गई है।
पिछले आठ महीने से उनके और बच्चों के साथ कोई बातचीत नहीं कर रहा है। स्कूल से पढक़र आने के बाद बच्चों का बचपन घर में ही कैद होकर रह गया है। उन्होंने आगे कहा कि यदि अब कार्रवाई नहीं की गई, तो उन्हें मजबूरी में मानव अधिकार आयोग और न्यायालय का सहारा लेना पड़ेगा। उनकी बातों को गंभीरता से सुनने के बाद कलक्टर ने उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।