उल्लेखनीय है कि बीते 30 जुलाई की अलसुबह शहर के निकट ग्राम चिटौद में कांकेर ट्रेव्लर्स की बस क्रमांक सीजी 09 ई-6003 और पायल रोडवेज की बस क्रमांक सीजी 07 ई-8090 में भिड़ंत हो गई थी। इस घटना में बस चालक धर्मेन्द्र ठाकुर और यात्री मनसुख राम साहू की दर्दनाक मौत हो गई थी।
इसके अलावा 35 यात्री घायल हुए थे। इस ह्रदय विदारक घटना के बाद सीएम भूपेश बघेल ने गहरी संवेदना जताते हुए सामान्य घायलों को 10-10 हजार, गंभीर रूप से घायलों को 25-25 हजार तथा मृतक के परिजनों को 1-1 लाख की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की थी। आज इस घटना को दो महीने हो गया, लेकिन अभी तक रांवा निवासी मृतक मनसुख राम साहू की विधवा माधुरी साहू को मुआवजा नहीं मिला है। गुरूवार को वह मुआवजा के लिए अपने बच्चे सोनिका साहू (17), निकिता (14), डिम्पल (12), पुष्पलता (10) और पुत्र मेष कुमार (8) के साथ कलक्ट्रेट पहुंची थी। यहां अपर कलक्टर ने बताया कि अभी मुआवजे की राशि नहीं आई है।
इसके बाद वह मायूस होकर वापस अपने घर चली आई। उल्लेखनीय है कि मनसुख राम साहू मेहनत मजदूरी कर अपनी पत्नी तथा बच्चों का पालन पोषण करता था। उसके असामयिक मौत के बाद परिवार के समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या पैदा हो गई। रिश्तेदार भी एक-एक कर मुंंह मोड़ लिया। फिर क्या था, मजबूरी में माधुरी साहू खेतों में जाकर रोजी-मजदूरी कर रही है। उसने बताया कि आज के इस महंगाई के दौर में अल्प मजदूरी से परिवार का पालन-पोषण नहीं होता।
कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि महिला माधुरी साहू को मुख्यमंत्री द्वारा घोषित मुआवजा राशि का जल्द ही आबंटन कर दिया जाएगा।