उल्लेखनीय है कि सीतानदी जंगल में पिछले कुछ दिनों से मध्यप्रदेश के कटनी, पन्ना क्षेत्र से जड़ी-बूटी दवा और ताबीज बेचने वालों ने डेरा डाला है। रविवार को इनके द्वारा बिरगुड़ी रेंंज में जंगली शूकर का शिकार किया गया। बताया गया है कि शिकारियों ने घठुला गांव के जंगल में खाने-पीने के सामान में बारूद मिलाकर एक शूकर को खिला दिया। जैसे ही जंगली शूकर ने बारूद मिला यह लड्डू खाया, तो उसके मुंह में तेज आवाज के साथ विस्फोट होकर फूट पड़ा। इससे कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई।
शूकर के दम तोड़ते ही शिकारी उसे एक बोरी में भरकर मोटर साइकिल में डालकर जंगल से बाहर निकल रहे थे, तभी घठुला नहर नाली में कुछ लोगों की नजर उस पड़ गई। इसके बाद ग्रामीणों को माजरा समझते देर नहीं लगा। तत्काल उन्हें पकडऩे के लिए लोग दौड़ पडे। ग्रामीणों को पीछे दौड़ते देखकर शिकारी भी हड़बड़ा गया और आनन-फानन में बाइक से शूकर को नीचे फेंंककर भाग निकले।
ग्रामीणों की शिकायत पर वन अमला भी हरकत में आ गया। मौके पर पहुंचकर वन कर्मियों ने मृत शूकर को जब्त कर अवैध शिकार का मामला दर्ज किया है। पश्चात इनके डेरा में छापा मारकर यहां से वन्य प्राणियों का अवशेष समेत बारूद लगा खाने-पीने का समान जब्त किया। गौरतलब है कि क्षेत्र में लंबे समय से वन्य प्राणियों की अवैध शिकार की शिकायतें मिलती रही है।
सीतानदी अभ्यारण्य के एसडीओ, आरके रायस्त ने बताया जंगली शूकर के शिकार करने के मामले में वन विभाग ने तीन महिलाओं को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। फरार शिकारियों की तलाश की जा रही है।