स्मार्ट पुलिसिंग को धक्का
एसपी रजनेश सिंह ने जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति में न केवल सुधार किया, बल्कि उन्होंने पुलिस की छबि को रचनात्मक कार्यों के माध्यम से चमकाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी। इसी का नतीजा है कि वर्ष-२०१७ की तुलना में वर्ष-२०१८ में जघन्य अपराधों मेंं काफी कमी आई। और तो और जिले को माओवादियों के आतंक मुक्त करने में उनका काफी योगदान रहा है। पिछले दिनों दौरे पर आए डीजीपी डीएम अवस्थी ने भी उनके कार्यों की सराहना की थी।
राजनैतिक प्रेरित
एसपी के स्थानांतरण को कुछ लोग पिछले दिनों एक जनपद सदस्य के ढाबे में की गई कार्रवाई से भी जोडक़र देख रहे हैं। विदित हो कि पुलिस ने यहां छापा मारकर बड़ी मात्रा में शराब को जब्त किया। इतना ही नहीं उक्त जनपद सदस्य के पुत्र को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। कांगे्रस के एक वर्ग ने इस कार्रवाई को राजनैतिक प्रेरित बताते हुए मुख्यमंत्री से शिकायत की थी।
जताया आक्रोश
जनकल्याण समिति ने रजनेश सिंह के स्थानांतरण पर मकई चौक में प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया। समिति अध्यक्ष गुड्डा रजक, शिवा प्रधान, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष पुष्कर यादव, शत्रुघन रजक, प्रेमसिंग ठाकुर, गोलू, भूपेन्द्र साहू, प्रेम साहू, हेमंत हिरवानी, टकेश्वर गिरी गोस्वामी, राजीव रजक, लोकचंद नायक, हिमालय वर्मा, अनुराग निर्मलकर, भोला तरार, पीतांबर यादव, हेमंत पटेल ने कहा कि एक ईमानदार अधिकारी को राजनैतिक दुर्भावना से स्थानांतरित करने से पुलिस का मनोबल गिरेगा।