इससे पहले 27 अक्टूबर को भी एनोस एक्का के हरियाणा के गुड़गांव और दिल्ली के महरौली स्थित तीन संपत्तियों को ईडी ने सील कर लिया था। हरियाणा के गुड़गांव के सुशांत लोक सेटर-सी हाउस नंबर 963 और दिल्ली के महरौली स्थित फर्म हाउस और दिल्ली के हौज खास स्थित 13 एकड़ जमीन को जब्त कर लिया था। इसे एनोस एक्का ने अपनी पत्नी मेनन एक्का के नाम पर खरीदी है। इससे पहले भी 13 अक्टूबर को एनोस एक्का के पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी के राजगंज में ईडी ने एनोस एक्का की 25 संपत्तियों को सील किया था। इन सारी संपत्तियों को मेनन एक्का के नाम खरीदी गयी है। इससे पहले पिछले महीने ईडी की टीम ने रांची में एयरपोर्ट स्थित एनोस एक्का के 5 करोड़ रुपये के आवास के अलावा लालपुर में हरिओम टावर के पांचवें तल्ले पर स्थित एक फ्लैट को सील कर दिया गया था। साथ ही दो अन्य संपत्तियों को भी सील किया गया है।
गौरतलब है कि एनोस एक्का वर्ष 2005,2009 व 2014 में कोलेबिरा विधानसभा क्षेत्र से झारखंड पार्टी उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीत चुके है, लेकिन एक पारा शिक्षक की हत्या मामले में जुलाई महीने में सिमडेगा की निचली अदालत ने उन्हें दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनायी है। इस मामले में वे वर्ष 2014 के दिसंबर महीने से ही जेल में बंद है। इससे पहले एनोस एक्का ने अपनी संपत्तियों को सील करने से रोकने के लिए उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी, जिसके कारण कई साल तक ईडी की टीम कार्रवाई नहीं कर पा रही थी, लेकिन कुछ दिन पहले उच्च न्यायालय ने ईडी की कार्रवाई पर से स्टे हआ लिया, जिसके बाद ईडी की टीम अपनी कार्रवाई शुरू कर दी।