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मिली जानकारी के अनुसार धनबाद जिले के गुम्मा निवासी नरेश नोनिया की बीते दिनों हत्या हो गई थी। वह कुमारबुधी कोलियरी में ईसीएल कर्मी थे। 12 दिनों की जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने इस हत्या की गुत्थी को सुलझा लिया। नरेश का पोता अनिल चौहान अनुकंपा स्कीम के तहत अपने दादा की जगह नौकरी चाहता था। इसके लिए उसने दादा को रास्ते से हटाने का प्लान बना लिया था। चिरकुंडा पुलिस ने अनिल चौहान और दो सुपारी किलर इम्तियाज अंसारी और शेख नवाब को गिरफ्तार कर लिया है।
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शक के आधार पर पुलिस ने अनिल को हिरासत में लिया। शुरुआत में वह गोल-गोल बाते कर रहा था। लेकिन सख्ती से पूछने पर उसने स्वीकार कर लिया कि उसने दादा की सुपारी दी थी। इसके बाद अनिल अपने दादा नरेश नोनिया को दफ्तर छोड़ने के लिए अपनी मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले गया। वह अपने दादा को ऑफिस में छोड़कर वहां से चल दिया। इसके बाद वह गुम्मा से दोनों सुपारी किलर को लेकर दादा के दफ्तर पहुंच गया। यहां दोनों किलर ने दादा नरेश की हत्या कर दी। तीनों आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल लिया है। पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।