पीएम मोदी ने अस्पतालों को साफ निर्देश दिए हैं कि किसी भी मरीज को रुपयों के लिए परेशान न किया जाए।
धनबाद। जिले में नोट बंदी ने डॉक्टरी पेशे से जुड़े लोगों की असंवदेनशीलता उजागर कर दी। 500 और 1000 रूपए के नोट लेने से इंकार करते हुए 10 घंटे से अधिक समय से शव को हॉस्पिटल में शव को बंधक बनाया गया। हंगामे के बाद उन्हें शव सौंपा गया।
इसके बाद परिजन मृतक के अंतिम संस्कार की तैयारी कर सके। गौरतलब है कि नोट बंदी के फैसले के बाद से लगातार अस्पतालों के ऐसे असंवेदनशील चेहरे देश भर में उजागर हो रहे हैं। हालांकि पीएम मोदी ने अस्पतालों को साफ निर्देश दिए हैं कि किसी भी मरीज को रुपयों के लिए परेशान न किया जाए।