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खिलाड़ी,जातपात,धर्म नहीं जानताः मोहन भागवत

locationधनबादPublished: Dec 31, 2018 05:02:17 pm

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Prateek

खेल एकता, सामूहिकता बनाने का माध्यम बनता है…

rss chief

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(धनबाद): राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि खेल से स्वास्थ्य और शील तैयार होता है। इसके लिए आराम की परिस्थिति को छोड़ना पड़ता है। खेल के लिए संकल्प की जरूरत होती है। साथ ही खिलाड़ी को अपने अहंकार को पीछे छोड़ सामूहिकता व निःस्वार्थ भाव का प्रदर्शन करना होगा। खिलाड़ी, जातपात, धर्म नहीं जानता , खिलाड़ी को अपना साथी मानकर खेलता है। यह एकता, सामूहिकता बनाने का माध्यम बनता है। यही कार्य क्रीड़ा भारती कर रहा है। क्रीड़ा भारती खेल के क्षेत्र में भारत को सिरमौर बनाने के लक्ष्य को लेकर चल रहा है।


भागवत ने कहा कि खेल इन सब के साथ मानसिक और चातुर्य बल प्रदान करने में सहायक बनता है। मोहन भागवत रविवार को झारखंड के धनबाद जिले के नावाडीह में आयोजित क्रीडा भारती के राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन समारोह को संबोधित कर रहे थे।


खेल के लिए बच्चों को करे प्रेरित

संघ प्रमुख ने कहा कि लोग अपने बच्चों को मिलकर खेलने के लिए प्रेरित करें। खेल कोई भी हो किसी भी बच्चे से जाति और धर्म नहीं पूछता। बच्चा सामूहिकता और एकता के साथ खेलता है। यही आगे चल कर सामूहिकता को बल प्रदान करेगा, जो भारत का कल्याण करेगा। क्योंकि क्षमता, शक्ति व शील देने वाला खेल ही बच्चों का गौरव बनाना चाहिए।

 

सरकार की ओर से खिलाडियों को मिलेंगी सौगातें

इस मौके पर मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि राज्य के 4,400 पंचायत में खेल मैदान का निर्माण होगा। अगले साल पंचायत स्तर में खेल मैदानों को बहुत उच्च स्तर का रूप दिया जाएगा ताकि ग्रामीण क्षेत्रों के खिलाड़ियों को अपनी प्रतिमा निखारने के लिए प्रशिक्षण दिया जा सके। उन्होंने कहा कि झारखण्ड के सभी ग्रामीण क्षेत्रों के बालक एवं बालिकाओं के बीच फुटबॉल प्रतियोगिता पंचायत स्तर पर, प्रखण्ड स्तर पर, जिला स्तर से होते हुए राज्य स्तर पर आयोजित होती है। इस बार कुल 1,36,446 खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिनमें 31,998 खिलाड़ी बालिकाएँ थीं। इस वर्ष झारखण्ड में चार खेलों हॉकी, फूटबॉल, तीरंदाजी एवं बुशु का राष्ट्रीय स्तर का स्कूल गेम्स फेडरेशन आयोजित कर रहा है। जिसमें बुशू की प्रतियोगिता 10-13 जनवरी, 2019 को आयोजित होनी है। राज्य में आवासीय एवं डे-बोर्डिंग प्रशिक्षण केन्द्र चल रहा है। आवासीय प्रशिक्षण केन्द्र तथा 126 डे-बोर्डिग प्रशिक्षित विभिन्न विद्यालयों में चला रहें हैं।


उन्होंने बताया कि बताया कि राज्य सरकार तीरंदाजी, फूटबॉल, हॉकी एवं एथेलेटिक्स खेलों में सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस खोला जा रहा है। जिनमें 16-22 वर्ष के बालक एवं बालिकाएँ को प्रशिक्षित किया जायेगा। प्रत्येक एक्सीलेंस में 32-32 खिलाड़ी प्रशिक्षित किया जायेगा। यह केन्द्र रांची एवं देवघर में होंगे। अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को राज्य में सीधी नियुक्ति देने का कार्य कर रही है। छात्रवृति एवं सम्मान राशि इस योजना के तहत इस खिलाड़ियों जो राष्ट्रीय स्तर पर भाग लेते है या पदक प्राप्त करते हैं इन्हें छात्रवृति एवं सम्मान राशि दी जाती है। इस वर्ष कुल 406 खिलाड़ियों को छात्रवृति एवं सम्मान राशि दी गई है।

 

यह लोग रहे मौजूद

इससे पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास,मोहन भागवत, और क्रीड़ा भारती के अध्य्क्ष चेतन चौहान ने परेड का निरीक्षण किया। साथ ही, क्रीड़ा भारती द्वारा प्रकाशित पुस्तक का लोकार्पण किया। कार्यक्रम में मंत्री अमर कुमार बाउरी, क्रीड़ा भारती के अध्य्क्ष चेतन चौहान, क्रीड़ा भारती के उपाध्यक्ष नारायण सिंह राणा, कार्य अध्यक्ष चैतन्य कश्यप, राज चौधरी व अन्य उपस्थित थे।

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