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यह मामला झारखंड के घाटशिला शहर से सामने आया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार यहां के एक निजी स्कूल में भी बच्चों को महामारी के दौरान वाट्सऐप ग्रुप के जरिए पढ़ाई कराई जा रही थी और यही वर्क दिया जा रहा था। इसी बीच 7 और 8 जुलाई को एलकेजी और यूकेजी के बच्चों के तीन ग्रुपों में एक टास्क दिया गया। इनमें से एक ग्रुप के बच्चों को भारत तो अन्य दो ग्रुप के बच्चों को बांग्लादेश और पाकिस्तान का राष्ट्रगान याद करने को दिया गया। इन बच्चों को दोनों पड़ोसी देशों को राष्ट्रीय चिह्नों की जानकारी भी दी जाती रही।
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यहां तक कि बच्चों को दोनों देशों का राष्ट्रगान उपलब्ध भी करवाया गया। यही नहीं यू ट्यूब के वीडियो लिंक भी डाले गए। कई अभिभावकों को इस चीज का पता चला तो उन्होंने हंगामा किया और बच्चों को यह सभी पढ़ाने के लिए मना किया गया।
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इधर यह मामला सोशल मीडिया पर छा गया। स्कूल प्रबंधन कुछ कहने को तैयार नहीं है। जबकि बच्चों को टास्क देने वाली टीचर शैला परवीन ने स्कूल प्रबंधन के निर्देश पर यह सभी पढ़ाने की बात कही। टीचर ने यह भी कहा कि इसके पीछे स्कूल प्रबंधन का उद्देश्य बच्चों का सामान्य ज्ञान बढ़ाना था। शैला ने बताया कि प्रिंसिपल के निर्देश पर अब वह टास्क बच्चों से वापस ले लिया गया है।