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प्रताडऩा बताते-बताते रो पड़ी छात्रा

locationधारPublished: Aug 21, 2019 11:53:38 am

Submitted by:

Amit S mandloi

पीएम को पत्र भेजने के बाद प्रशासन ने दिखाई फुर्ती, एसडीएम और जिला शिक्षा अधिकारी पहुंचे जांच करने

प्रताडऩा बताते-बताते रो पड़ी छात्रा

प्रताडऩा बताते-बताते रो पड़ी छात्रा

धार.
शहर के निजी स्कूल में पढऩे वाली दो छात्राओं को नेपाली-नेपाली कहकर चिढाया जाता था। पालक जब शिकायत करने पहुंचे तो उल्टे स्कूल प्रबंधन ने आरोप-प्रत्यारोप लगा दिए, इतना ही नहीं 15 अगस्त को बालिका को स्कूल की बस से ही उतार दिया गया। इसके बाद दोनों बालिकाओं का टीसी कोरियर से घर भेज दिया। इतना ही नहीं टीसी में पालक के दुव्र्यवहार का कारण लिख दिया, जिससे छात्राओं का भविष्य अंधकार में हो गया। इसके बाद छात्राओंं ने पीएम को पत्र लिखा था। मंगलवार को जनसुनवाई में दोनों छात्राएं अवनीशा और अनुष्का अपने पालकों और रिश्तेदारों के साथ जनसुनवाई में पहुंची। जहां पर बालिकाओं ने अपने उपर हुई प्रताडऩा के बारे में बताया।
छात्राओं के पिता सरोज ने बताया कि मेरी बेटियां अवनिशा, अनुष्का और अनुध्या तीनों निजी एक ही स्कूल में पढ़ रही है। १३ अगस्त को मेरी बेटी आकर रोने लगी, जब कारण पूछा तो बोलने लगी मुझे स्कूल का स्टाफ नेपाल-नेपाली कहकर चिढ़ाता है। इसके बाद मैं जब दूसरे दिन स्कूल शिकायत करने गया तो प्राचार्य ने कहा तूम गुंडे हो। स्कूल प्रबंधन ने माफी नामा लिखवाया जो दे दिया। इसके बाद कोरियर से दोनों बालिकाओं की टीसी भेज दी गई। ये तमाम बातें जनसुनवाई में अपर कलेक्टर को बताई।
उधर एसडीएम ने की जांच, बालिकाओं को मिला प्रवेश

पूरा मामला पीएम तक पहुंचने के बाद प्रशासनिक हलके में हडक़ंप मच गया था। मंगलवार को जांच के लिए वीरेंद्र कटारे और जिला शिक्षा अधिकारी मंगलेश व्यास पहुंचे। अधिकारियों ने स्कूल प्रबंधन से बात की। प्रबंधन ने बताया कि पालक सरोज के साथ एक युवक था, जिसने स्टाफ से मारपीट की थी, जिसके चलते बालिकाओं को निकाल दिया गया था। एसडीएम ने बताया कि अभी बालिकाओं का प्रवेश फिर से करा दिया गया है, बाकी जांच जारी है।
पैसा लिया उधार, बाद में धोखे से हडप ली जमीन

एक युवक को रुपयों की आवश्यकता पड़ी तो उसने ब्याज पर पैसा ले लिया। बाद में इस युवक की जमीन की रजिस्ट्री करा ली गई। जनसुनवाई में पहुंचे हनुमंत राव मोहिते ने बताया कि उसकी पैतृक जमीन धरावरा में है। रुपए की जरूरत पडऩे पर 14 लाख रुपए चार प्रतिशत प्रतिमाह की ब्याज दर से मेरे परिचित रोहित बाबूलाल चौहान, अशोक चौहान, राजेश पाटीदार से रुपए थे। जमानत के लिए जमीन के दस्तावेज इन्हें दिए थे। ये रकम एक साल बाद लौटना थी। बाद में मुझे डरा धमकाकर जमीन की रजिस्ट्री करा ली। मोहिते ने बताया कि सात बीघा जमीन इन लोगों ने 14 लाख में रख ली, जबकि आज उसका बाजार भाव 15 लाख रुपए बीघाहै। इस लिहाज से देखा जाए तो एक करोड़ से अधिक मूल्य है। पूर्व में मोहिते ने धमकाकने को लेकर इन लोगों के खिलाफ नौगांव में एफआईआर भी कराई थी, लेकिन पुलिस कोई कार्रवाई नहीं कररही है। उधर अशोक चौहान का कहना है कि हमने रुपए देकर बकायदा रजिस्ट्री कराई है। ये हमारे खिलाफ झूठे आवेदन दे रहे है। अपर कलेक्टर के बाद मोहिते ने पुलिस अधीक्षक को भी आवेदन सौंपा है।
अधीक्षक को हटाने के लिए सुनवाई में पहुंचे विद्यार्थी

तिरला के सिनीयर छात्रावास के विद्यार्थी भी धार पहुंचे। इन लोगों ने बताया कि पूर्व में शिकायत के चलते अधीक्षक गोवर्धन सोलंकी को हटा दिया था। इसके बाद फिर इन्हें यहां भेज दिया है। छात्रों ने बताया कि खाना भी गुणवत्तीहीन दिया जा रहा है। इन लोगों ने बताया कि अगर सोलंकी को नहीं हटाया तो वे छात्रावास छोडक़र चले जाएंगे।
एसपी की जनसुनवाई में रोचक मामला, मेरे 500 रुपए दिलवा दो

उधर पुलिस अधीक्षक आदित्यप्रतापसिंह ने भी जनसुनवाई की। इस दौरान एकरोचक मामला आया। नालछा से आए वृद्ध हरीकिशन पहुंचे। उन्होंने बताया कि पांच साल पहले उनकी दुर्घटना हुई थी, जिसका क्लेम दिलाने के लिए वकील ने 500 रुपए फीस ली थी, जो आज तक वे नहीं लौटा रहे और ना ही क्लेम दिला रहे है। पुलिस अधीक्षक ने कार्रवाई का आश्वासन दिया।
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