scriptप्राइवेट डॉक्टर को दिखाने के बाद 500 रुपए बचाने के लिए 10 रुपए की पर्ची से करवा लेते हैं एक्स-रे | After showing a private doctor, to save 500 rupees, get an X-ray of 10 | Patrika News

प्राइवेट डॉक्टर को दिखाने के बाद 500 रुपए बचाने के लिए 10 रुपए की पर्ची से करवा लेते हैं एक्स-रे

locationधारPublished: Oct 15, 2019 12:09:59 pm

Submitted by:

atul porwal

रोगी कल्याण समिति से मंजूरी मिलते ही जिला अस्पताल में लगने लगेंगे एक्स-रे के दो सौ रुपए, सोनो ग्राफी के भी देना होंगे २०० रुपए, ओपीडी और आईपीडी के भी रेट बढ़ाने पर चल रहा है विचार

प्राइवेट डॉक्टर को दिखाने के बाद 500 रुपए बचाने के लिए 10 रुपए की पर्ची से करवा लेते हैं एक्स-रे

प्राइवेट डॉक्टर को दिखाने के बाद 500 रुपए बचाने के लिए 10 रुपए की पर्ची से करवा लेते हैं एक्स-रे

पत्रिका एक्सक्लूसिव
अतुल पोरवाल@धार.
जिला अस्पताल में मुफ्त की सेवा का लाभ लेने के लिए मरीज चालबाजी कर रहे हैं। सरकारी डॉक्टर पर भरोसा नहीं तो प्राइवेट डॉक्टर को अच्छी फीस चुकाने के बाद एक्स-रे लिख दिया तो प्राइवेट में पांच सौ कौन खर्च करे। ज्यादा रकम बचाने के लिए मरीज जिला अस्पताल पहुंचकर दस रुपए की ओपीडी पर्ची बनवाकर यहीं के डॉक्टर को अपना मर्ज बताकर पर्ची पर एक्स-रे लिखवा लेते हैं। इससे यहां उनका मुफ्त में एक्स-रे हो जाता है, जिसके बाद वे प्राइवेट डॉक्टर के पास पहुंचकर दवाई लिखवा लेते हैं।
यही कारण है कि जिला अस्पताल में प्रतिदिन 130 से 140 एक्स-रे हो रहे हैं, जिससे सरकार को खासा नुकसान हो रहा है। इससे बचने के लिए अब जिला अस्पताल में भी एक्स-रे का शुल्क लेने की योजना तैयार हो गई है। रोगी कल्याण समिति से मंजूरी मिलते ही मरीज को एक्स-रे के दो सौ रुपए चुकाने पड़ेंगे। रोकस के सूत्र बता रहे हैं कि समिति ने शुल्क का खाका तैयार कर लिया है, लेकिन समिति के अध्यक्ष कलेक्टर श्रीकांत बनोठ की मंजूरी के बाद ही शुल्क लागू किया जा सकेगा।
सोनोग्राफी का भी लगेगा शुल्क
हालांकि अभी रोकस के अध्यक्ष तथा जिला कलेक्टर बनोठ तक फाइल नहीं पहुंची, लेकिन अस्पताल सूत्र बता रहे हैं कि रोकस की शुल्क योजना में छोटे-बड़े सभी प्रकार के एक्स-रे करवाने के लिए 200 रुपए शुल्क रखे जाने का प्रस्ताव तैयार किया गया है। इसके अलावा सोनोग्राफी के लिए भी मरीज से 200 रुपए शुल्क लिए जाने की योजना बनाई जा रही है। अब तक ओपीडी पर्ची के लिए 10 रुपए शुल्क था, जिसे बढ़ाकर 20 तथा आईपीडी(भर्ती) शुल्क 50 से बढ़ाकर 100 रुपए की योजना है।
सोमवार से एक्स-रे फिल्म बंद
इधर जब बेवजह और जरूरत से ज्यादा एक्स-रे होने लगे तो सिविल सर्जन के आदेश पर फिल्म देना बंद कर दिया गया। हालांकि एक्स-रे हो रहे हैं, लेकिन फिल्म का खर्च बचाने के लिए रिपोर्ट सीधे डॉक्टर को मैसेज की जा रही है, जिस आधार पर वे मरीज की दवाईयां निर्धारित कर रहे हैं। सिविल सर्जन डॉ. बौरासी ने बताया कि जरा-जरा सी बीमारी या शंका पर एक्स-रे सजेस्ट करने से फिल्म का खर्च बढ़ रहा है। इसे देखते हुए रिपोर्ट सीधे डॉक्टर को सोशल मीडिया द्वारा भेजी जा रही है, जिस आधार पर वे मरीज का ईलाज कर रहे हैं। गौरतलब है कि यही व्यवस्था पूर्व में भी लागू की गई थी, लेकिन बीच में कुछ कारणों से फिर फिल्म रिपोर्ट देना शुरू कर दी गई थी।
बदनावर में लगते हैं 50 रुपए
एक्स-रे पर शुल्क तय करने के मामले में बताया जा रहा है कि बदनावर के सरकारी अस्पताल में पहले से ही यह योजना शुरू की जा चुकी है, जहां एक्स-रे के 50 रुपए लिए जाते हैं। बता दें कि इसी प्रकार सीहोर जिले में भी 1 अप्रैल 2018 से एक्स-रे शुल्क 100, ओपीडी 10 तथा आईपीडी(भर्ती) का शुल्क 30 रुपए तय किया जा चुका है, जो जारी है।
यह आंतरिक मामला है
रोगी कल्याण समिति क्या करने वाली है और उसकी क्या योजना है इसे सार्वजनक नहीं कर सकते। यह हमारा आंतरिक मामला है। जब कोई योजना बनेगी और उसका आदेश जारी होगा सार्वजनिक कर देंगे। अस्पताल में एक्स-रे की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हो सकता है इसके पिछे निजी डॉक्टरों के बाह्य मरीजों का जिला अस्पताल में एक्स-रे करवाना हो। इस तरह की शिकायत तो मिलती रहती है, लेकिन प्रमाण नहीं है। जांच करवा रहे हैं।
डॉ. एमके बौरासी, सचिव, रोकस
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