MUST READ : डीएलएड की परीक्षा आज से शुरू, परीक्षा केन्द्रों पर थी ये अव्यवस्थाएं उन्होंने अपने पिता के देहावसान पर गांव को हरा भरा करने के लिए ग्यारह सौ पौधे लगाकर उनको पानी पिलाने एवं उनके बड़े होने तक उनकी सुरक्षा करने का संकल्प लिया है। इस पहल से गांव के लोग इतने प्रभावित हुए कि लोगों ने पुरा सहयोग देते हुए गड्ढे खुदाई तथा गड्ढों मे मिटटी डालने के लिए गांव के सभी ट्रैक्टर लगा दिए जिसमें एक ही दिन में 5 फीट से अधिक गहरे 100 से अधिक गड्ढे तैयार कर उनमें प्रत्येक गड्ढे में एक-एक नि:शुल्क ट्रॉली मिटटी डालकर पौधे लगाने के लिए तैयार कर दिए।
MUST READ : दांत के दर्द का इलाज कराने गई महिला, खो बैठी आंखों की रोशनी, जानिए क्या है मामला दसाई में भी असर दसाई में जैसे ही पता चला कि पदमपुरा के श्मशान घाट को हरा करने का कार्य जोरों पर प्रारंभ हो गया। होकर दसाई के व्यापारी आदिनाथ ट्रेडर्स ड्रिप सिचाई ती सामग्री भेंट कर दी। पड़ोस के गांव खूंटपला मे भी पौधे रोपे जा रहा है। खूंटपला गोशाला अध्यक्ष रामचंद्र मारू ने बताया कि मोहनलाल मारू द्वारा गोशाला को जो भी पौधे देने का निर्णय लिया गया है। उनकी हम परवरिश की जिम्मेदारी लेंगे।
MUST READ : इस शहर में नगर निगम तोडऩे जा रहा है 26 अति खतरनाक मकान, इस दिन होगी शुरुआत जाली की बन रही है बाउंड्री पौधों की सुरक्षा के लिए श्मशान घाट पर चारों ओर एंगल लगाकर जाली की दीवार बनाई जा रही है। श्मशान घाट से गांव तक डेढ़ किमी दूरी पर सडक़ के दोनों ओर किनारे-किनारे पर पौधे लगाकर सुरक्षा की सारी व्यवस्था की जा रही है ताकि पौधे बड़े होकर राहगीरों को इसका लाभ मिल सके। लोग आर्थिक मदद के लिए भी आगे आए है, जिसमें एक ही दिन में हजारों की राशि एकत्रित कर ली गई।