इंदौर के पास के एक गांव की इस फोटो के शेयर करते ही ट्विटर पर लाइक्स और कमेंट आने लगे. उनके कुछ फैंस ने इस फोटो का स्थान भी बताने के लिए कहा जिस पर महिंद्रा ने लिखा कि फोटो धार जिले के गांव डही की है. उन्होंने बताया कि वे इस गांव में सन 1977 में कॉलेज में पढाई के दौरान आए थे. फोटो शेयर करने पर कुछ प्रशंसकों ने उन्हें फिल्मी दुनिया का भी बताया है.
यह भी पढ़ें : ओमिक्रोन का ये है सबसे पहला लक्षण, दिखे तो तुरंत हो जाएं सावधान
आनंद महिंद्रा ने अपना यह फोटो दरअसल 20 जनवरी को शेयर किया, जिसमें वे एक कैमरा चलाते हुए दिख रहे हैं. उनके आसपास कई आदिवासी बच्चे—किशोर और युवा भी हैं. उनके इस फोटो को ट्विटर पर काफी पसंद किया जा रहा है. आनंद महिंद्रा ने पहले भी धार की फोटो शेयर की है. उन्होंने अगस्त 2020 में भी धार की फोटो शेयर की थी जिसमें गांव के एक पिता की प्रशंसा की थी.
यह भी पढ़ें : बेहद खतरनाक है ओमिक्रोन, इस अंग को कर रहा खराब, जानिए कैसे करें बचाव

घटनाक्रम के अनुसार बयड़ीपुरा के शोभाराम के बेटे आशीष को कक्षा 10वीं में सप्लीमेंट आ गई थी। पूरक परीक्षा का सेंटर पूरे जिले में केवल धार ही था और उस दौरा बसें बंद थी। अपने बेटे को परीक्षा दिलाने के लिए पिता ने तब 105 किलोमीटर साइकिल चलाई थी. इसपर आनंद महिंद्रा ने अपने ट्वीट में लिखा — इस पिता को सलाम जो अपने बच्चे के लिए सुनहरे भविष्य का सपना देखते हैं.
यह भी पढ़ें : बिगड़े हालात, हर आठवें मरीज को लगी ऑक्सीजन, वेंटिलेटर की भी जरूरत
ताजे मामले में 20 जनवरी को आनंद महिंद्रा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट ट्विटर पर फोटो अपलोड करते हुए लिखा कि— मैं एक फिल्म निर्माता बनना चाहता था और कॉलेज में फिल्म की पढ़ाई की थी. मेरी थीसिस एक फिल्म थी जिसे मैंने '77 कुंभ मेले' में बनाया था. यह तस्वीर इंदौर के पास एक गांव में डॉक्यूमेंट्री की शूटिंग के दौरान की है. मैं हैंडहोल्ड 16 MM कैमरे का उपयोग कर रहा था.