चार से पांच टीम बनाई तो मिली सफलता : पुलिस ने धारा 363 के तहत मामला दर्ज कर जांच में लिया। एसपी अधीक्षक आदित्य प्रताप ङ्क्षसह के निर्देशन तथा एसडीओपी धीरज बब्बर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मनावर नीरज बिरथरे ने पुलिस की चार से पांच टीम बनाई। सभी को विभिन्न स्थानों पर लड़कियों की तलाश करने के लिए भेजा तथा स्वयं भी एक टीम में शामिल होकर सर्चिंग के लिए निकले। बस स्टैंड स्थित सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला। इसमें दोपहर 12 बजे के करीब तीनों लड़कियां हाथ में बैग लिए हुए ङ्क्षसघाना रोड से बस स्टैंड की ओर जाते हुए नजर आईं।
बिना जानकारी कैसे मिला मकान
पुलिस ने बसों के ड्राइवर कंडक्टर, साइबर सेल तथा मुखबिर से सूचना एकत्रित की । सूचना मिली कि लड़कियां धरमपुरी में हैं। पुलिस ने धरमपुरी एवं मनावर पुलिस द्वारा धरमपुरी जाकर बस स्टैंड के समीप एक चाल में तीनों लड़कियों को दस्तयाब किया। वहां से उन्हें मनावर लाया गया। पुलिस ने जब तीनों लड़कियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता उन्हें पढऩे के लिए डांट डपट करते थे। इससे भी तंग आकर घर छोड$कर धरमपुरी रहने के लिए चली गईं। दोपहर 12 बजे मनावर से निकलकर करीब 1.30 बजे यह तीनों लड़कियां धरमपुरी पहुंची होगी और वहां पर उन्हें किराए से मकान भी मिल गया तथा वहां पर उन्होंने खाना बनाकर भी खाया। मकान मालिक ने बिना जानकारी लिए मकान दे दिया।
पुलिस ने बसों के ड्राइवर कंडक्टर, साइबर सेल तथा मुखबिर से सूचना एकत्रित की । सूचना मिली कि लड़कियां धरमपुरी में हैं। पुलिस ने धरमपुरी एवं मनावर पुलिस द्वारा धरमपुरी जाकर बस स्टैंड के समीप एक चाल में तीनों लड़कियों को दस्तयाब किया। वहां से उन्हें मनावर लाया गया। पुलिस ने जब तीनों लड़कियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता उन्हें पढऩे के लिए डांट डपट करते थे। इससे भी तंग आकर घर छोड$कर धरमपुरी रहने के लिए चली गईं। दोपहर 12 बजे मनावर से निकलकर करीब 1.30 बजे यह तीनों लड़कियां धरमपुरी पहुंची होगी और वहां पर उन्हें किराए से मकान भी मिल गया तथा वहां पर उन्होंने खाना बनाकर भी खाया। मकान मालिक ने बिना जानकारी लिए मकान दे दिया।
&तीनों किशोरियों को धरमपुरी से दस्तयाब किया है। जिस मकान मालिक द्वारा इन बालिकाओ को मकान किराए से दिया गया है। अगर उसने बिना दस्तावेज के मकान किराए से दिया है तो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
धीरज बब्बर, एसडीओपी मनावर
धीरज बब्बर, एसडीओपी मनावर