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कॉलोनीवासियों को नहीं मिल रही मुलभूत सुविधाएं

locationधारPublished: Feb 24, 2021 12:14:28 pm

Submitted by:

vishal yadav

कॉलोनियों में सड़क, बिजली और पानी जैसी सुविधाएं तक नहीं, वैध-अवैध में ***** रहे आमजन, एसडीएम व नपा में ऐसी शिकायतों की भरमार

 Colony residents are not getting basic facilities

Colony residents are not getting basic facilities

बड़वानी. शहर में चहुंओर 50 से अधिक कॉलोनियों अस्तित्व में हैं। कई जगह मकान बनाकर लोग रह रहे हैं, तो कई जगह कागजों पर भी कॉलोनियां कटी पड़ी है। इस दौरान वैध-अवैध के चक्कर में आमजन मुलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर पीस रहे है। ऐसी शिकायतें नगर पालिका से लेकर एसडीएम कार्यालय में लगातार मिल रही है। फिलहाल इस मामले में कोई खास कार्रवाई होती नजर नहीं आ रही है।
उल्लेखनीय है कि चार से पांच किमी अवधि के शहर सहित शहर से लगे ग्रामीण क्षेत्र में करीब 55 कॉलोनियां है। इनमें से अधिकांश कॉलोनियों में सड़क, बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं तक नहीं है। कई कॉलोनियां अवैध हैं, तो कई बिना डायवर्ट हुए कृषि भूमियों पर प्लॉट काट कर बेच दिए गए है। कुल मिलाकर भूमाफिया, अफसरशाही और सियासत के इस गठजोड़ के चलते अपने सपनों का घर बनाने वाले लोग परेशानियां झेल रहे है।
खेतों में काट रहे प्लाट
शहर में कुछ समय से कॉलोनाइजरों की बाढ़ आ गई है। कॉलोनाइजर शहर से सटी खेती की जमीनों को खरीदकर उनमें प्लाटिंग कर रहे है। यहां तक की बिना अनुमतियां मनमाने दामों पर प्लाट बेचे जा रहे है, लेकिन ऐसी कॉलोनियों में टीएनपीसी एपु्रड के आधार पर न तो पहले से सड़कें बनाई और ना ही सीवरेज सिस्टम बनाया गया है। यहां तक की बिजली-पानी जैसी मूलभूत सुविधाएं भी मकान बनने के बाद लोगों को नसीब नहीं हो पा रही है। जबकि नियम कहता है कि कोई कॉलोनी काटनेके नाम पर जमीन का समतलीकरण कर रहा है या फिर प्रचार-प्रसार करता है तो उसे प्लाट बेचने से पहले मूलभूत सुविधाएं करना जरुरी है।
अवैध को वैध की प्रक्रिया ठंडे बस्ते में
शहर में कुल 55 कॉलोनियां है। इसमें से कितनी वैध है और कितनी अवैध हैं, इसका फिलहाल किसी के पास स्पष्ट जवाब नहीं है। जिम्मेदार इस मामले में बगले झांकते नजर आते है। वहीं गत वर्षांे में प्रदेश सरकार द्वारा लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए अवैध कॉलोलियों को वैध करने की प्रक्रिया पर जोर दिया था, लेकिन फिलहाल यह प्रक्रिया ठंडे बस्ते में बंद हो चुकी है। हालांकि सुशासन के नाम पर कुछ अवैध कॉलोनाइजरों पर प्रशासन का डंडा जरुर चला हैं और एफआइआर भी दर्ज की गई हैं, लेकिन यह कार्रवाईयां ऊंट के मुंह में जीरा तक ही सीमित है।
वर्जन-
शिकायतें मिल रही हैं, जांच कर रहे हैं
शहर में कई कॉलोनियों में मूलभूत सुविधाओं की कमी को लेकर शिकायत मिली है और लगातार मिल रही है। इसको लेकर जांच जारी है। जांच में जहां भी नियम उल्लंघन पाया जाएगा, उसके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
-घनश्याम धनगर (एसडीएम बड़वानी)

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