बीज विक्रेताओं के पास बीज नहीं होने के कारण गुजरात से लाकर अवैध कारोबारी बीजी 4 किस्म का बीज बताकर किसानों को बेच रहे हैं। इस तरह अवैध कपास बीज के कारोबार की शिकायतें लगातार मिल रही है लेकिन कृषि विभाग के आला अधिकारियों का ध्यान इस ओर नहीं है। इसके कारण धड़ल्ले से अमानक कृषि कपास बीज की बिक्री हो रही है । ब्रांडेड कंपनियों का कपास बीज उपलब्ध नहीं होने से किसान इन अनऑथराइज् कपास बीजों को खरीदने के लिए विवश हो रहा है।
इनका कहना है
आज बीजों की परमिशन को लेकर ही वीडियो कॉन्फे्रंसिंग थी । इसमें पुरानी कपास बीज कंपनियों को राज्य शासन द्वारा विक्रय की अनुमति प्रदान कर दी गई है तथा कुछ नई कंपनियों के कपास बीज की परमिशन को लेकर खंडवा स्थित वैज्ञानिकों के द्वारा समीक्षा करने के बाद संभवत सोमवार तक उनकी भी विक्रय परमिशन जारी हो जाएगी।
आरएल जामरे, डिप्टी डायरेक्टर, कृषि विभाग, धार