गणतंत्र मेला बंद ,व्यवसायियों के सामने मंडराने लगा संकट
व्यापारियों ने सौंपा आवेदन

मनावर . कोविड. 19 की नवीन गाइडलाइन के आने के बाद नपा एवं स्थानीय प्रशासन द्वारा प्रतिवर्ष लगने वाला गणतंत्र मेला बंद करने का ऐलान होने से मेले में आए अन्य स्थलों के दुकानदारों झूले एवं मनोरंजन स्टालों के व्यवसायियों के लिए गंभीर संकट खड़ा हो गया ।
प्रसिद्ध मंगला देवी जी का मेला 26 जनवरी से प्रारंभ होकर मार्च तक चलता था । कोरोना की गाइड लाइन के चलते इस बार 15 फरवरी से 15 मार्च तक 1 माह के लिए मेला लगाया गया था । इसके लिए दुकानदारों द्वारा 110 रुपये की दर से नगर पालिका ने किराया वसूल किया था। कोविड.19 की नवीन गाइडलाइन जारी होने के बाद मेला निरस्त करते हुए नपा एवं प्रशासन ने मेले की बिजली काट दी । 27 फरवरी को ही पुलिस प्रशासन ने मेले की दुकानें बंद करवा कर लोगों को मेले मे भीड नहीं हो इसे देखते हुए वहां से हटा दिया जिससे व्यापारी परेशान हो गए एक माह तक चलने वाला मेला अचानक 15 दिन में ही क्यों बंद कर दिया गया। इसको लेकर व्यापारयों द्वारा सोमवार को एसडीएम मनावर के नाम एक आवेदन नायब तहसीलदार हितेंद्र भावसार को सौंपा , जिसमें मांग की गई है कि वे छोटे और फुटकर व्यापारी है तथा हाट बाजार और मेलो में दुकान लगाकर अपना परिवार पालते हैं। नगर पालिका द्वारा 1 माह तक मेला लगाने की अनुमति दिए जाने पर उनके द्वारा मेले में दुकान लगाई गई है ।
भूखे मरने की स्थिति
कहीं छोटे छोटे व्यवसाई ब्याज पर पैसा लेकर दुकान में सामान भरा अब अचानक मेला बंद हो जाने से उनके सामने रोजी रोटी का प्रश्न खड़ा हुआ है । झूले वाले जो राजस्थान से हजारों रुपए भाड़ा देकर मनावर पहुंचे हैं और मेला बंद हो जाने के कारण उनके पास ना तो भाड़े के पैसे हैं और नहीं खाने पीने का राशन ऐसी स्थिति में उनके सामने भूखे मरने की स्थिति है। ऐसी स्थिति में 15 मार्च तक मेला बढ़ाए जाने की मांग की गई है। व्यापारियों ने कहा कि वे कोरोना गाइडलाइन का पूर्ण रूप से पालन करेंगे। उनकी इस मांग पर विचार कर प्रशासन मेले की अवधि 15 मार्च की जाए।
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