दोनों आरोपी है फरार निहाल नगर और सांई रेसीडेंसी के कॉलोनाइजर गौतम जैन निवासी इंदौर के साथ मिलकर भोला तिवारी ने १९ बंधक प्लॉट को करोड़ो रुपए में बेच दिया था। जबकि यह प्लॉट नगर पालिका धार के पास बंधक थे। ये प्लॉट गरीब व आर्थिक रूप से कमजोर लोगों के लिए रखे गए थे। लेकिन इन प्लॉट को आरोपियों ने मिलीभगत कर ९ जून २०१६ को ही बेच दिए। इस मामले में २६ मार्च को नगर पालिका धार की तरफ से नौगांव थाने पर शिकायत कर एफआईआर दर्ज करवाई गई थी। इस एफआईआर के बाद से आरोपी तिवारी भूमिगत है।
लाइसेंस बंदूकधारी है भोला भूमाफिया तिवारी इन दिनों घोटाले के साथ-साथ लाइसेंसी बंदूक के कारण भी चर्चाओं में है। 420 की एफआईआर दर्ज होने के बाद से तिवारी भागता फिर रहा है। इस कारण माफिया की लाइसेंसी बंदूक का लाइसेंस भी निरस्त होने की चर्चा चल रही है। पुलिस इस मामले में लाइसेंस निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू करवा सकती है।
पुलिस के लिए दोहरी चुनौती शहर में जमीन घोटाले के तीन मामलों में जांच जारी है। लेकिन इन तीनों घोटाले के मास्टरमाइंड फरार चल रहे है। इन मास्टरमाइंड तक पहुंचना पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम साबित नहीं हो रहा है। सेंट टेरेसा कंपाउंड व महिला हॉस्पिटल की जमीन बेचने के आरोपी सुधीर जैन व अंकित जैन फरार है। वहीं बंधक प्लॉट घोटाले में तिवारी तक पहुंचने की नई चुनौती से पुलिस जूझ रही है।