नयापुरा तालाब की वॉटर स्टोरेज क्षमता को बढ़ाने के लिए गहरीकरण किया जाएगा। इसके लिए नपा सर्वे करवाकर प्रोजेक्ट तैयार करवाएगी। ताकि अगले सत्र में जब तालाब में पानी कम होने लगे तो गहरीकरण का काम शुरू किया जा सके। इधर नर्मदा उद्वहन ङ्क्षसचाई परियोजना बदनावर से धार के लिए पानी मिलने का रास्ता साफ हो गया है। इसके लिए नर्मदा विकास प्राधिकरण की तरफ से पानी देने की सहमति दे दी है।
गौरतलब है कि धार से महज ५-६ किमी दूरी पर बदनावर ङ्क्षसचाई परियोजना का संपवेल प्रस्तावित है। ऐसे में ङ्क्षसचाई अवधि को छोड$कर गर्मी के वक्त में शहर के लिए नर्मदा का जल लाने के लिए एक प्रस्ताव सीएम को धार विधायक नीना वर्मा ने सौंपा था। इस पर नर्मदा विकास प्राधिकरण की तरफ से सहमति दे दी गई है। इसके तहत नर्मदा का पानी धार के लिए भी मिल सकेगा।
अब संग्रहण पर काम
शहर के लिए नर्मदा का जल गर्मी के वक्त मिलेगा। ताकि जलसंकट के हालात न बने। बढ़ती आबादी को देखने हुए शहर के वर्तमान जलस्त्रोत की वॉटर स्टोरेज क्षमता बढ़ाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। फिलहाल नर्मदा का जल नयापुरा तालाब में स्टोरेज करने की चर्चा जारी है। इसके लिए नपा अधिकारियों ने कसंल्टेंट के साथ तालाब का दौरा भी किया है। अब इसके गहरीकरण के लिए प्रस्ताव बनाया जा रहा है। दरअसल नयापुरा तालाब में पानी अधिक वक्त तक बना रहता है। मुरम और चट्टानों के कारण तालाब का जलस्तर एकदम से नहीं टूटता है। इसलिए इस विकल्प पर विचार किया जा रहा है।
पेनल्टी से बचने बनेगा प्लांट
इधर लैंडिया तालाब में मिल रहे गंदे पानी को ट्रीटमेंट प्लांट के जरीए ठीक कर दोबारा उपयोग करने के लिए भी नपा ने सर्वे शुरू करवाया है। दरअसल एनजीटी यानी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने तालाब में गंदा पानी छोडऩे के कारण गत वर्ष नपा पर पेनल्टी प्रस्तावित कर दी थी। इससे बचने के लिए ताबड़तोड़ प्रस्ताव बनाकर भिजवाया गया। इस पर काम करने के लिए अब सर्वे शुरू करवाया गया है।
इनका कहना
& नर्मदा का जल धार तक लाने के लिए कार्ययोजना प्रस्तावित है। इसके लिए एनवीडीए की भी रजामंदी आ गई है। इस कारण हम नयापुरा तालाब की स्टोरेज क्षमता बढ़ाने को लेकर कार्य कर रहे है। इसके लिए प्रक्रिया की जा रही है।
निशिकांत शुक्ला,
सीएमओ, नपा धार
शहर के लिए नर्मदा का जल गर्मी के वक्त मिलेगा। ताकि जलसंकट के हालात न बने। बढ़ती आबादी को देखने हुए शहर के वर्तमान जलस्त्रोत की वॉटर स्टोरेज क्षमता बढ़ाने के लिए कार्ययोजना तैयार की जा रही है। फिलहाल नर्मदा का जल नयापुरा तालाब में स्टोरेज करने की चर्चा जारी है। इसके लिए नपा अधिकारियों ने कसंल्टेंट के साथ तालाब का दौरा भी किया है। अब इसके गहरीकरण के लिए प्रस्ताव बनाया जा रहा है। दरअसल नयापुरा तालाब में पानी अधिक वक्त तक बना रहता है। मुरम और चट्टानों के कारण तालाब का जलस्तर एकदम से नहीं टूटता है। इसलिए इस विकल्प पर विचार किया जा रहा है।
पेनल्टी से बचने बनेगा प्लांट
इधर लैंडिया तालाब में मिल रहे गंदे पानी को ट्रीटमेंट प्लांट के जरीए ठीक कर दोबारा उपयोग करने के लिए भी नपा ने सर्वे शुरू करवाया है। दरअसल एनजीटी यानी नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल ने तालाब में गंदा पानी छोडऩे के कारण गत वर्ष नपा पर पेनल्टी प्रस्तावित कर दी थी। इससे बचने के लिए ताबड़तोड़ प्रस्ताव बनाकर भिजवाया गया। इस पर काम करने के लिए अब सर्वे शुरू करवाया गया है।
इनका कहना
& नर्मदा का जल धार तक लाने के लिए कार्ययोजना प्रस्तावित है। इसके लिए एनवीडीए की भी रजामंदी आ गई है। इस कारण हम नयापुरा तालाब की स्टोरेज क्षमता बढ़ाने को लेकर कार्य कर रहे है। इसके लिए प्रक्रिया की जा रही है।
निशिकांत शुक्ला,
सीएमओ, नपा धार