इतनी गंदगी हैं, यहां पर… धूल कभी साफ भी की थी या नहीं
धारPublished: May 31, 2019 12:51:37 am
जिला अस्पताल : निरीक्षण के पहले अस्पताल में मरीजों की आंखों की जांच
धार. इतनी गंदगी हैं, यहां पर… धूल को कभी साफ भी किया था या नहीं। तीन इंच की परत दिख रही हैं धूल की…। ऐसे काम नहीं चलेगा। सभी खिडक़ी व दरवाजों पर जमी धूल को साफ करना चाहिए। ठीक से काम करना हैं, तो करो वरना हटा दिया तो इधर-उधर रोते फिरोगे। उक्त बाते सीएमएचओ डॉ. एसके सरल ने जिला अस्पताल की सफाई व्यवस्था से नाराज होकर सुपरवाइजर से कही। सीएमएचओ सरल ने निरीक्षण की शुरुआत जननी सुरक्षा प्रमाण पत्र के कक्ष से की। यहां कर्मचारियों से योजना के तहत दिए जा रहे प्रमाण पत्र व रुपयों के संबंधित सवाल जवाब किए। गुरुवार को सीएमएचओ ने करीब 40 मिनट तक जिला अस्पताल का निरीक्षण किया।
डॉ. सरल ने निरीक्षण के पहले जिला अस्पताल के नेत्र विभाग में पहुंचे। यहां करीब एक घंटे तक डॉ. सरल ने मरीजों की आखों की जांच कर उन्हें दवाइयां लिखकर दी। साथ ही संक्रमण को लेकर रोकथाम के बारे में जानकारी भी मरीज के परिजन को दी। वहीं डॉ. सरल ने बताया कि जल्द की आखों की बीमारी के ऑपरेशन के लिए ओटी की शुरुआत होने जा रही हैं, संभवत: अगले सप्ताह ओटी शुरू हो जाएगी। इसको लेकर एक कल्चर रिपोर्ट इंदौर से आने वाली हैं, अगर यह रिपोर्ट पॉजिटिव आती है, तो अस्पताल में ओटी की शुरू कर दी जाएगी। हालांकि ओटी के लिए पहले आई कल्चर रिपोर्ट निगेटिव आई थी, इसके बाद व्यवस्थाओं में सुधार के बाद पुन: रिपोर्ट आने का इंतजार किया जा रहा है। साथ ही आंखों के लिए बनाए जा रहे ऑपरेशन थिएटर को देखने के लिए शनिवार को झाबुआ से एक विशेषज्ञ भी धार आने वाले है, इनके निरीक्षण के बाद विशेषज्ञ ओटी को लेकर एक प्रमाण पत्र भी देंगे।
सीएमएचओ लगाई फटकार
निरीक्षण के दौरान सीएमएचओ इंजेक्शन कक्ष में पहुंचे। यहां पर काम कर रही नर्स को देखकर डॉ. सरल ने कटर के बारे में पूछा। दरसअल एक मरीज को इंजेक्शन लगाना था, नर्स का पकटर काम नहीं करने पर इंजेक्शन के अंदर डालने वाली दवाई का ऊपरी हिस्सा लेजर से काट रही थी। जिस पर सीएमएचओ ने तुरंत फटकर लगाई। नर्स ने बताया कि आज ही इस कक्ष में ड्यूटी पर आई हैं। इंचार्ज ने बताया कि कटर खराब हैं, इस प्रकार ही काम करना हैं। जिस पर कटर मशीन को देखकर डॉ. सरल ने उसे चालू किया, किंतु उपयोग नहीं करने पर सिविल सर्जन को तुरंत फोन कर अपकटर उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। इसके बाद डॉ. सरल ने ब्लड बैंक, एआरटी केंद्र, महिला सर्जिकल वार्ड, फिजियोथैरपी वार्ड, वृद्धजन वार्ड का निरीक्षण भी किया, जहां व्यवस्था बेहतर मिली। उन्होंने दवाइयों का स्टॉक रजिस्टर आठ दिन में पूरा करने के निर्देश भी कर्मचारियों को दिए हैं।