ठंड शुरू होने से फसलों में छाने लगी रंगत मौसम ने ली करवट, किसानों में खुशी अनारद.मौसम ने आखिरकार करवट ले ही ली। पिछले तीन-चार दिनों से रातें जहां सर्द हो गई है वहीं दिन में भी शीतलता आ गई है । आम लोगों के लिए तो मौसम खुशगवार हो ही गया है। साथ ही खेती-किसानी के लिए भी यह मौसम अनुकूल हो गया है।
नवंबर का महीना भी लगभग बीतने को है। इसके बाद भी सर्दी शुरू होने की बजाय उष्णता का अहसास होते रहने से आमतौर पर दिवाली के बाद ही सर्दी के दिन शुरू हो जाते हैं मगर दिवाली को बीते 3 सप्ताह हो जाने के बाद भी ठंड पडऩा शुरू नहीं हुई थी । आखिरकार पिछले तीन-चार दिन से ठंड के मौसम की शुरुआत हो ही गई। इस साल की ठंड में पहली बार लोग रात के वक्त और सुबह गर्म कपड़ों में ढंके नजर आ रहे हैं । क्षेत्र में रबी की बोवनी हुए करीब 1 माह होने आया है । अधिकांश किसान गेहूं और चने की बोनी कर चुके हैं। इस साल खूब बरसात होने से तालाब नदी नालों के साथ ही नलकूपों में भी भरपूर पानी है इसलिए किसानों ने बहुतायत में गेहूं की ही बोवनी की है । रबी की फसल विशेषकर गेहूं के लिए पानी जितना जरूरी है उतना ही ठंड भी आवश्यक है जो किसान बोवनी कर चुके हैं वह 4 दिन पहले तक ठंड नहीं पडने की चिंता व्यक्त कर रहे थे, लेकिन 3 दिनों से शुरू हुई सर्दी उनकी फसलों दोनों के लिए सुकूनदायी ने बनकर आई है। ठंड से पौधे में चमक आ गई है और पौधे की ग्रोथ बढ़़ी है ठंड से पौधों को कहीं लाभ हो रहा है।
नवंबर का महीना भी लगभग बीतने को है। इसके बाद भी सर्दी शुरू होने की बजाय उष्णता का अहसास होते रहने से आमतौर पर दिवाली के बाद ही सर्दी के दिन शुरू हो जाते हैं मगर दिवाली को बीते 3 सप्ताह हो जाने के बाद भी ठंड पडऩा शुरू नहीं हुई थी । आखिरकार पिछले तीन-चार दिन से ठंड के मौसम की शुरुआत हो ही गई। इस साल की ठंड में पहली बार लोग रात के वक्त और सुबह गर्म कपड़ों में ढंके नजर आ रहे हैं । क्षेत्र में रबी की बोवनी हुए करीब 1 माह होने आया है । अधिकांश किसान गेहूं और चने की बोनी कर चुके हैं। इस साल खूब बरसात होने से तालाब नदी नालों के साथ ही नलकूपों में भी भरपूर पानी है इसलिए किसानों ने बहुतायत में गेहूं की ही बोवनी की है । रबी की फसल विशेषकर गेहूं के लिए पानी जितना जरूरी है उतना ही ठंड भी आवश्यक है जो किसान बोवनी कर चुके हैं वह 4 दिन पहले तक ठंड नहीं पडने की चिंता व्यक्त कर रहे थे, लेकिन 3 दिनों से शुरू हुई सर्दी उनकी फसलों दोनों के लिए सुकूनदायी ने बनकर आई है। ठंड से पौधे में चमक आ गई है और पौधे की ग्रोथ बढ़़ी है ठंड से पौधों को कहीं लाभ हो रहा है।