जिला अस्पताल की अव्यवस्थाएं सुधरने का नाम नहीं ले रही है। ओपीडी का समय शाम चार बजे किया है, लेकिन किसी भी बहाने से ओपीडी खाली रहती है। इस संवाददाता ने अस्पताल का भ्रमण किया तो तमाम अव्यवस्थाएं नजर आई।
अस्पताल में गंदगी तो पसरी है। साथ ही अब शराब की खाली बोतलें भी नजर आने लगी है। जिला अस्पताल मे प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या मरीज अपना ईलाज करवाने के लिए पहुंचते है। कई बार डाक्टरों के नहीं मिलने से मरीज परेशान होते है। गुरुवार को ओपीडी के समय में कई डाक्टरों की कुर्सियां खाली थीं।
दंत चिकित्सक का कक्ष
समय 2.42 जिला अस्पताल मे 2:42 पर दंत रोग, ,हडडी रोग विशेषज्ञ अपने कक्ष से नदारत दिखे। वहीं यहां आए मरीज भटकते रहे। मरीज के परिजन रामलाल ने बताया कि वे आधे घंटे से डाक्टरों को तलाश रहे है। डाक्टर के नहीं मिलने पर निजी अस्पताल में जाना पड़ा।
समय 2.42 जिला अस्पताल मे 2:42 पर दंत रोग, ,हडडी रोग विशेषज्ञ अपने कक्ष से नदारत दिखे। वहीं यहां आए मरीज भटकते रहे। मरीज के परिजन रामलाल ने बताया कि वे आधे घंटे से डाक्टरों को तलाश रहे है। डाक्टर के नहीं मिलने पर निजी अस्पताल में जाना पड़ा।
कूलर के नीचे जमी काई, नीचे रखी शराब की खाली बोतल जिला अस्पताल में मरीज ठीक होने के लिए आते है। वहीं पानी के कूलर के नीचे काई जम रही है। वहीं नीचे शराब की खाली बोतल रखी हुई है। बताया जाता है मरीज और उनके परिजन यहीं से पानी पीते है। जिससे बीमारी दूर होने की बजाय बढऩे का खतरा रहता है।
अस्पताल में प्रशिक्षण चल रहा था। मैं चार बजे तक मैं भी यहीं था। शराब की बोतल कोई मरीज या उसका परिजन लाया होगा। उसी ने यहां फैंक दी होगी। डा एम के बौरासी सिविल सर्जन