जब नियम में है कि मरीज की जांच करने के बाद पे्रस्क्रीप्शन लेटर पर केपिटल लेटर में दवा लिखी जाना वाहिए तो इसका पालन करना चाहिए। आज ही आदेश और चेतावनी जारी कर देता हूं।
-डॉ. एसके सरल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
धारPublished: Oct 13, 2019 12:03:52 pm
atul porwal
नाफरमानी कर रहे डॉक्टर, घुमावदार राइटिंग से नहीं पढ़ पाने पर गलत दवाई मिलने की आशंका में परेशान मरीज, डॉक्टर से संबंधित मेडिकल पर ही जाने की मजबूरी
पांच साल पहले सरकार ने कहा था कि केपिटल लेटर में लिखे दवा