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विदेशी मेम को भाया देशी कल्चर, यहां की मिट्टी से बनवा रही ऐसा घर, जो बिना एसी-कूलर रहेगा वातानुकूलित

एक विदेशी मेम को देशी कल्चर इतना भा गया कि उन्होंने न सिर्फ भारतीय नागरिक से शादी की, बल्कि यहां की मिट्टी से ऐसा घर बनवा रही है.

धारJun 13, 2022 / 10:18 am

Subodh Tripathi

विदेशी मेम को भाया देशी कल्चर, यहां की मिट्टी से बनवा रही ऐसा घर, जो बिना एसी-कूलर रहेगा वातानुकूलित

धार. एक विदेशी मेम को देशी कल्चर इतना भा गया कि उन्होंने न सिर्फ भारतीय नागरिक से शादी की, बल्कि यहां की मिट्टी से ऐसा घर बनवा रही है, जो बिना एसी और कूलर के भी वातानुकूलित रहेगा, इस घर का काम 95 प्रतिशत पूरा हो चुका है, यहां आने वाले पर्यटक भी इस घर और फ्रांस की महिला के भारतीय संस्कृति से जुड़ाव को देखकर काफी खुश हो रहे हैं।

 

जानकारी के अनुसार फ्रांस निवासी महिला मारी को मांडू काफी पसंद आया, वे यहां करीब 10 साल पहले घूमने आई थी, उन्होंने भारतीय गाइड धीरज चौधरी को ही अपना जीवन साथी बना लिया है, और अब अपना जीवन भी यहीं बीताने के लिए उन्होंने प्राचीन तरीके से ऐसा घर तैयार करवाया है, जो गर्मी के मौसम में ठंडा और सर्दियों के मौसम में गर्म रहेगा, इसके लिए उन्होंने आधुनिक सामग्रियों का उपयोग नहीं करते हुए देशी सामग्रियों का ही उपयोग करके घर तैयार करवाया है, इसमें मिट्टी, ईंट का उपयोग किया जा रहा है, सीमेंट का उपयोग भी उन्होंने नहीं के बराबर किया है, इस आकर्षक घर को देखने के लिए भी लोगों की भीड़ उमड़ रही है।

लोगों को कर रही जागरूक
वर्तमान में जहां लोग अपने पुराने घरों को छोड़कर नए आलीशान और एयरकंडीशनर घरों में रहने में ही अपनी शान समझते हैं, वहीं ये महिला लोगों को बता रही है कि स्वास्थ की दृष्टि से प्राकृतिक चीजों से बना ये देशी घर काफी फायदेमंद है, इसमें गर्मी का भी अधिक प्रभाव नहीं पड़ता है, मारी ने करीब 2000 स्क्वायर फीट में ये घर तैयार करवाया है। अच्छी बात तो यह है कि मारी स्वयं कारीगर के साथ दिन रात लगकर घर तैयार करवा रही है, ताकि कोई कमी नहीं रह जाए। वह घर का डिजाइन भी खुद की पसंद का रखवा रही है।

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नहीं लगवाएंगी घर में कोई इलेक्ट्रानिक्स उपकरण
विदेशी मेम ने बताया कि उनके दो लड़के हैं, उन्होंने इंडियन गाइड से शादी रचाई है, अब वे बाकी का जीवन यहीं बीताएंगी, उन्होंने बताया कि वे अपने इस घर में किसी भी प्रकार का इलेक्ट्रानिक्स उपकरण नहीं लगवाएंगी, ताकि ये घर प्राकृतिक रूप से वातानुकूलित रहेगा, उन्होंने बताया कि वे टीचर हैं और हिंदी के साथ ही फ्रेंच भाषा अच्छे से जानती है, वे अपने बच्चों को भी इन भाषाओं का ज्ञान दे रही हैं। दोनों पति-पत्नी धीरज और मारी घर को तैयार करने में दिनरात जुटे हैं, वे अपने घर के दरवाजे खिड़की भी लकड़ी के बनवा रहे हैं, वहीं टाइल्स के स्थान पर चूने का जापानी प्लास्टर करवा रहे हैं, ताकि घर मौसम के अनुरूप रहे।

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