दोनों घायलों को इंदौर इलाज के लिए भेज दिया। मादा तेंदुए को भी इंदौर भेजा। यह जानकारी वन विभाग के एसडीओ प्रदीप पाराशर ने दी है। रेस्क्यू ऑपरेशन में बाग वन विभाग के रेंजर संतोष चौहान और उनकी टीम शामिल रही। रेस्क्यू टीम पर हमले को लेकर बताया कि तेंदुआ वृद्ध या बीमार होने से एक जगह ही बैठी है। ऐसे में उसे पीने का पानी भी दिया, परन्तु उसने पानी नहीं पीया। तब रेस्क्यू टीम के एक सदस्य ने उसके समीप जाकर देखा तो तेंदुए ने झपट्टा मार दिया और दोनो में ंभिडंत हो गई। तब एक ओर ने आगे आकर तेंदुए को धर दबोचा और रेस्क्यू किया। घायलों को कंधे सहित अन्य जगह चोट लगी है। बाग ब्लॉक के भत्यारी.खेरवा सोलर प्लांट के समीप जंगल में सोमवार को मादा तेंदुआ दिखाई दिया है। पिछले 10 घंटों से मादा तेंदुआ एक ही स्थान के आसपास घूम रही है।
जानकारी के अनुसार भत्यारी मार्ग पर विद्युत का सौर ऊर्जा केंद्र बना हुआ हैं। इसके पास में ही जंगल के खुले मैदान में मादा तेंदुए नजर आई है। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम सोमवार रात में 11 बजे ही गांव पहुंची तथा मंगलवार सुबह से ही सौर ऊर्जा केंद्र के आसपास से मादा तेंदुए की एक्टिविटी पर नजर रखी जा रही है।
जानकारी के अनुसार भत्यारी मार्ग पर विद्युत का सौर ऊर्जा केंद्र बना हुआ हैं। इसके पास में ही जंगल के खुले मैदान में मादा तेंदुए नजर आई है। सूचना मिलने के बाद वन विभाग की टीम सोमवार रात में 11 बजे ही गांव पहुंची तथा मंगलवार सुबह से ही सौर ऊर्जा केंद्र के आसपास से मादा तेंदुए की एक्टिविटी पर नजर रखी जा रही है।
सौर ऊर्जा विद्युत ग्रिड की तरफ तेंदुआ नजर आया। जिससे ग्रामीणों में हलचल मच गई। हालांकि तेंदुए ने किसी को नुकसान नहीं पहुंचाया। लेकिन तेंदुए के दिखने की सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम रेस्क्यू ऑपरेशन में लग गई। विभाग को अंदेशा है कि तेंदुआ मादा हो सकती है। क्योंकि कई घंटों से यह एक ही जगह पर बैठी है। हो सकता है कि वह बच्चों को जन्म देने वाली हो। ग्रामवासियों ने तेंदुए का वीडियो भी बनाया, जो सोशल मीडिया पर चला। वन विभाग के कर्मचारी सोमवार रात 11 बजे तक 500 मीटर दूर से तेंदुए पर निगाहें गढाए हुए हैं।