सरकार के आदेश पर मुख्य नगर पालिका अधिकारी आशा भंडारी ने 3 जून को पदभार ग्रहण कर लिया था। राजकुमार ठाकुर को लिपिक कम लेखापाल इनके मूल पर कार्य करना था। जानकारी के मुताबिक ये आदेश के बाद से ही अवकाश लेकर चले गए है। चुनाव की आचार सहिता लगने के बाद भी ये काम पर नहीं लौटे है। इस मामले में सीएमओ ने इन्हें समय -समय पर नोटिस भी दिए है। इसके बाद भी ये नहीं आए है। आचार सहिता लगने के बाद भी ये विभाग में नहीं पहुंचे है। जिसके चलते लेखा के कार्य प्रभावित हो रहे है।
शुक्रवार को नजर आए स्वस्थ्य इनाम भी लिया अधिकारियों को तबीयत खराब का आवेदन देकर ठाकुर आराम करना बता रहे है। वहीं शुक्रवार को इंदौर में एक समारोह के दौरान ये स्वस्थ्य मुद्रा में जेडी अभय राजनगांवकर से स्वच्छता सर्वेक्षण में बदनावर के लिए पुरस्कार लेते नजर आए। जबकि ये पुरस्कार लेने के लिए सीएमओ या संस्था के द्वारा नियुक्ति अधिकारी को जाना था, लेकिन सीएमओ को पता ही नहीं कि ये इंदौर में इनाम ले रहे। सीएमओ को भी जानकारी सोशल मीडिया के माध्यम से मिली तो वे भी चौंक गई।
मुझे सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी मिली है। कार्य स्थल पर नहीं आने के कारण इन्हें समय-समय पर नोटिस भी दिए गए है। इनाम लेने के लिए बदनावर से इन्हें अधिकृत नहीं किया गया था। लिपिक के इस कार्य के लिए उच्चाधिकारी को कार्रवाई के लिए अवगत कराया जाएगा।
आशा भंडारी,सीएमओ बदनावर
स्वच्छता सर्वेक्षण टीम ने फोन लगाकर कहा था कि बदनावर से इनाम लेने के लिए कोई नहीं आया है तो मैं चला गया है। तबीयत खराब होने पर क्या कोई दो किमी भी नहीं जा सकता है। मेेरे परिवार में कोरोना पाजिटिव है मैं परेशान हूं, अलग होम आईसोलेट हूं।
राजकुमार,लिपिक