दरअसल अप्रैल खत्म होने को है। अमूमन जिले में इस तरह की गर्मी के तेवर मई के दूसरे पखवाड़े में देखने को मिलते है। इस बार मौसम परिवर्तन के चलते गर्मी का प्रकोप ज्यादा देखने को मिला है। पूरे अप्रैल माह पारा लगातार 41 डिग्री पर बना हुआ था। इसमें गिरावट न के बराबर दर्ज हुई। जबकि अप्रैल खत्म होते-होते यह 42 डिग्री को पार कर गया है। मई की शुरूआत तक तापमान इसी तरह का बना रहने की अनुमान जताया गया है।
बच्चों पर खतरा ज्यादा - मौसम विभाग ने आने वाले चार दिन के लिए लू का अंदेशा जताया है। ऐसे में आने वाले चार दिन सतर्क रहने की जरूरत है। खासतौर पर बच्चों को लू से बचाव के लिए ध्यान देना जरूरी है।
- लू लगने के कारण बच्चों की तबीयत पर खासा असर पड़ता है। तेज बुखार, घबराहट, उल्टी-दस्त, डिहाईड्रेशन और हाथ-पैर दर्द की शिकायत रहती है। - इससे बचाव के लिए दोपहर के वक्त बाहर न निकलें और पेय पदार्थों का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें।
सडक़ों पर होने लगा सन्नाटा इस भीषण गर्मी के चलते दोपहरी में लोगों का घर या ऑफिस से निकलना मुश्किल हो गया है। गमछे और टोपी के बाद भी गर्मी के प्रकोप से राहत नहीं मिल रही है। इस तरह की गर्मी आने वाले पूरे माह रहने का अंदेशा जताया जा रहा है। ऐसी स्थिति में गर्मी से बचाव और लू से सुरक्षित रहने के लिए ध्यान देने की आवश्यकता है।