कीचड़ की राह पर माप रहे भविष्य की रोशनी
धारPublished: Aug 19, 2019 11:21:30 am
पक्की सडक़ नहीं होने से स्कूली बच्चों को हो रही परेशानी
बरमण्डल.
शिक्षा की जागरुकता से लोग अपने नौ निहालों को स्कूल की दौड़ लगवा रहे। वहीं बच्चे इस उम्मीद से स्कूल की राह माप रहे कि वे एक दिन अफसर या बड़े आदमी बनेंगे। लेकिन प्रशासन की लापरवाही से बच्चों का भविष्य कीचड़ में दौड़ लगा रहा है। गौरतलब है कि बरमण्डल ग्राम पंचायत के मजरा लाखली से लाबरिया दसाई मार्ग स्कूल पहुंचने का मुख्य रास्ता है, जहां बारिश के दिनों में कीचड़ पसरा रहता है। यह मार्ग कच्चा है, जिससे कीचड़ में ही ग्रामीण के साथ स्कूली बच्चों को भी परेशानी भरा सफर मापना पड़ रहा है।
गांवो के विकास के केंद्र व राज्य सरकार लाख दावे कर रही हो, लेकिन जमीनी हकीकत इससे अलग है। ग्राम पंचायत बरमण्डल के अंतर्गत मजरा लालखाली से लाबरिया दसाई मुख्य मार्ग कीचड़ से भरा पड़ा है। इससे स्कूली बच्चों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आजादी के 72 साल बीतने के बाद भी ग्राम की सडक़ पर किसी जनप्रतिनिधि व अधिकारी का ध्यान नहीं गया और ना ही किसी ने इसकी सुध लेने की कोशिश की। गांव से मुख्य मार्ग तक जाने का रास्ता का बदहाल है। पुरे मार्ग पर कीचड़ पसरा हुआ है। छात्र, छात्राओं को स्कूल आने-जाने में बड़ी परेशानी हो रही है। कीचड़ भरे रास्ते में विद्यार्थी कई बार फिसलकर गिर जाते हैं। इससे उनकी ड्रेस व पाठ्य सामग्री भी गंदे हो जाते हैं। पालकों को हर वक्त बच्चों के आने-जाने की चिंता सताती है। यही नहीं सडक़ पर कीचड़ होने से ग्रामीणों को भी आने-जाने में परेशानी हो रही है। कई बार मोटरसायकल चालक भी गिर चुके हैं। ग्रामीणों ने बताया कि वे सडक़ की मरम्मत करने और कीचड़ की समस्या से मुक्ति दिलाने की मांग संबंधित अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों को कर चुके हैं, लेकिन किसी अधिकारी या जनप्रतिनिधि ने आज तक इस ओर ध्यान नहीं दिया। ग्रामीणों का कहना है कि जल्द ही इस मार्ग का निर्माण नही किया गया तो स्कूली विद्यार्थियों के साथ चरणबद्ध आंदोलन करना पड़ेगा।