एक पल को ऐसा लगा कि भूकंप आ गया ग्राम के सूरज जाट ने बताया कि लगातार भूमिगत धमाके जब हुए तो ऐसा नहीं लगा कि कहीं दूर से आवाज आ रही हो। सभी लोगों को अपने पैरों के तले आवाज व कंपन महसूस हुआ। साततलाई ग्राम के निवासी पुरुषोत्तम जाट, भगवान जाट, राजू जाट का कहना है कि सुबह सभी लोग अपने काम पर जाने के लिए तैयार हो रहे थे कि अचानक जोरदार धमाके ने सभी को घबरा दिया तथा देखते ही देखते गांव के लोग सडक़ों पर आ गए। बाद में फिर दो धमाके और हुए जिनकी आवाज कम थी। धमाकों की आवाज से टीन शेड में भी कंपन हुआ एक पल तो ऐसा लगा जैसे भूकंप आ गया हो।
नाले पर विस्फोट की आवाज से घबराए मजदूर वहीं गांगली सात तलाई मार्ग पर स्थित माचा नाले पर विस्फोट की आवाज काफी जोर से सुनाई दी। पास ही खेत में काम कर रहे राम पाटीदार ने बताया कि वह खेत में दवा स्प्रे करने के लिए मजदूरों को लेकर आया था। धमाका इतना जोरदार था कि मजदूरों में भी अफरा-तफरी मच गई। माचा नाले में पानी का लेवल काफी अधिक था जो धीरे-धीरे कम होने लगा है। नाले के नीचे से बुलबुले भी निकल रहे । ऐसा लगता है जैसे पानी नीचे जा रहा है। नाले पर पुल बनाने वाले मजदूर सोनिया सस्तीया ने बताया कि धमाके की आवाज ऐसी थी जैसे कोई जमीन में ब्लास्ट कर रहा हो। हम घबरा गए तथा काम छोडक़र बाहर आ गए। पूर्व में ग्राम एकलवारा में भी धमाकों की आवाज सुनी गई थी । प्रशासन को इस से भी अवगत भी करा दिया गया था परंतु अभी तक किसी भूगर्भीय एक्सपर्ट ने आकर इस क्षेत्र की जांच नहीं की है।
धमाके की आवाज से बाहर निकले लोग तहसील मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर बुधवार को नांद्रा गांव में शाम होते ही जोरदार धमाके की आवाज आई। लोगों को लगा कि पड़ोसी का मकान गिर गया है। आवाज सुनकर गांव के लोग घरों से बाहर निकले और एक दूसरे का मकान देखने लगे, लेकिन गांव में कहीं मकान गिरने की अनहोनी नहीं हुई। आवाज सुनकर जरूर लोगों में थोड़ी बेचैनी सी नजर आई। सरपंच कल्याण सिंह ने बताया कि कहीं भी कोई नुकसान की जानकारी सामने नही आई है।