डीलिस्टिंग को लेकर एक बहुत बड़ा आंदोलन चल रहा है। डीलिस्टिंग से तात्पर्य है कि अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग जिनका धर्म परिवर्तन कतिपय विधर्मी लोग लालच देकर या अन्य प्रलोभन से करते है। ऐसे लोग जो ईसाई या मुस्लिम धर्म अपना लेते है और फिर भी अनुसूचित जनजाति वर्ग के आरक्षण का लाभ लेते है। ऐसे लोगों को डीलिस्टिंग किया जाए, इससे वे आरक्षण से दूर हो सके। साथ ही जो योग्य और अनुसूचित जनजाति वर्ग के लोग है। उनके आरक्षण के हक का नुकसान नहीं हो इसलिए यह एक बहुत बड़ा आंदोलन चलाया जा रहा है। इसके चलते यह महारैली धार में रविवार को आयोजित की गई। इसके पूर्व किला मैदान पर मंचीय कार्यक्रम हुआ।
लोगों की रक्षा का समय इस मौके पर वक्ता रामप्रकाश मच्छार ने कहा कि आज का समय अनुसूचित जनजाति के लोगों की रक्षा का समय है। सुरक्षा मंच का उद्देश्य है, वह पूरा करने के लिए हमें एकजुट होना पड़ेगा। शिवकुमारी बैनर सहित पंडित कटारे, डूंगर सिंह बघेल ने भी अपने विचार रखे। अतिथियों का स्वागत अरविंद डावर, जयराम गावर, राजू एम सोलंकी, रणधीर अलावा, महेंद्र मेरती, कैलाश डावर, सुंदर चौहान, बलवंत रावत ने किया। संचालन कपिल निनामा ने किया। शुभारंभ मां शबरी के चित्र पर दीप प्रज्जवलन और माल्यार्पण के साथ हुआ। कैलाश झाबा और उनके दल ने नृत्य की प्रस्तुति दी। आभार मंच के जिला संयोजक अरविंद डाबर ने माना।

