भोजशाला में मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है और शुक्रवार को नमाज होती है- हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की अध्यक्ष रंजना अग्निहोत्री ने हाईकोर्ट में ये याचिका दायर की है। इस याचिका पर बुधवार को कोर्ट में सुनवाई हुई। उनका कहना है कि भोजशाला में मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ किया जाता है और शुक्रवार को नमाज होती है। उन्होंने मांग की कि परिसर में दूसरे समुदाय का प्रवेश और नमाज को बंद कराया जाए।
मंदिर में मां सरस्वती की मूर्ति स्थापित थी और वहां नियमित रूप से पूजा की जाती थी-याचिका में बताया गया है कि भोजशाला में मां सरस्वती का मंदिर था। मंदिर में मां सरस्वती की मूर्ति भी स्थापित थी और वहां नियमित रूप से पूजा की जाती थी. तत्कालीन ब्रिटिश सरकार मां सरस्वती की मूर्ति अपने साथ ले गई थी। याचिका में सरकार से यह मांग भी की गई है कि ब्रिटिश सरकार द्वारा ले जाई गई मां सरस्वती की मूर्ति सम्मान सहित वापस लाकर स्थापित की जानी चाहिए।
हाईकोर्ट में लगाई गई याचिका में की गईं हैं ये मांगें
— भोजशाला परिसर में अनेक खंडित मूर्तियां यहां वहां बिखरी हैं, उनका उचित रख-रखाव किया जाए।
— भोजशाला मंदिर परिसर की वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की जानी चाहिए जिससे वे नष्ट ना हो सकें।
— भोजशाला मंदिर है जहां पूजा—पाठ भी होती है, इसलिए परिसर में दूसरे समुदाय की एंट्री पर रोक लगाई जाए।
— परिसर में शुक्रवार को होने वाली नमाज बंद कराई जाए।