भगवान का नाम हर कष्ट ने मुक्ति दिलाता है कलश स्थापना महोत्सव के अंतर्गत मंदिर प्रांगण में तीन दिवसीय नानी बाई रो मायरोकथा के प्रथम दिन पंडित रविराज शास्त्री ने नर्सिह मेहता की कथा सुनाते हुए कहा कि नर्सिह जी हमेशा कृष्ण भक्ति में लीन रहते थे।एक दिन उनकी कृष्ण भक्ति से दुखी होकर इनकी भोजाई भाभी ने ताना देते हुए कहा ऐसी भक्ति उमड़ी तो भगवान से मिलके क्यों नहीं आते।तब नरसिंह ने कहा मेरी भक्ति से आपको इतनी तकलीफ होती हैं। भगवान तो हर जगह कण.कण में मौजूद है। सच्ची भक्ति करने वाले को ही भगवान का सन्निध्य प्राप्त होता है।
इसके पूर्व मुख्य अतिथि सिर्वी समाज कुक्षी अध्यक्ष कांतिलाल गहलोत ,सकल पंच रमेश चंद काग, बाबूलाल गेहलोद, गोमाजी सेप्टा, बाबूजी मुलेवा, कैलाश काग, मंगाजी बर्फा, मोती बा रेतकुआ, रामाजी झापाजी बर्फा मंच पर मौजूद रहे। कैलाश भायल, रमेश बर्फा ,उंकार काग ने कथावाचक पंडित शास्त्री का स्वागत किया। शिखर कलश के लाभार्थी प्रकाश हम्मड द्वारा आरती उतारी गई।
महावीर जन्मोत्सव मनाया
कुक्षी.
महावीर जन्मोत्सव के अवसर पर स्थानीय दिगम्बर जैन समाज ने भगवान महावीर को चांदी से बनी पालकी में विराजमान कर नगर भ्रमण कराया । समाज के रूपेश बडजात्या ने बताया कि इस अवसर पर समाज के महिला ,पुरुष ने शोभायात्रा में भाग लिया।
महावीर जन्मोत्सव मनाया
कुक्षी.
महावीर जन्मोत्सव के अवसर पर स्थानीय दिगम्बर जैन समाज ने भगवान महावीर को चांदी से बनी पालकी में विराजमान कर नगर भ्रमण कराया । समाज के रूपेश बडजात्या ने बताया कि इस अवसर पर समाज के महिला ,पुरुष ने शोभायात्रा में भाग लिया।