इस अवसर पर संबोधित करते हुए पर्यावरण व जल विशेषज्ञ श्याम शर्मा ने कहा कि धार की प्राचीन जल संरचनाएं ओढ़ जाति की देन है। ओढ़ जाति तालाब, बावड़ी और कुओं के निर्माण की विशेषज्ञ होती है। ओढ़ जाति के कई तथ्य जितने गुमनाम वे उतने ही महत्वपूर्ण भी है। धार के जल इतिहास के सूत्र है। शर्मा ने कहा कि ओढ जाति के ये लोग उड़ीसा में एक भयंकर चक्रवात के बाद विस्थापित के रूप में राजा भोज की शरण में धार आए और संरक्षण के प्रतिफल में उन्होंने धार में अनेक जल संरचनाएं निर्मित की। कहा जाता है कि साढ़े बारह तालाब भी उन निर्माणों में से है। ओढ़ लोग जल संरचनाओं के निर्माण में इतनी तेजी से कार्यदक्ष माने जाते थे कि वे प्रतिदिन स्वनिर्मित नवीन जल संरचना का जल ही उपयोग करते थे।