अब इस तरह की अविकसित कॉलोनियों की जांच के लिए नगर पालिका ने मुहिम शुरू की है। कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने पूरे शहर की कॉलोनियों की रिपोर्ट मांगी है। इसमें कॉलोनी में विकास अनुमति के अनुसार निर्माण हुए है या नहीं? इस पर विस्तृत रिपोर्ट मांगी गई है। नगर पालिका ने अब तक तीन कॉलोनियों का सर्वे भी कर लिया है। जबकि इस सप्ताह दो नई कॉलोनियों का सर्वे किया जाना है। बताया जा रहा है कि इस सप्ताह त्रिमूर्ति कॉलोनी व भक्तांबर कॉलोनी का सर्वे नगर पालिका कर सकती है। इसके लिए तैयारी की जा रही है।
केस 1 : इंद्रपुरी कॉलोनी
शहर की सबसे पुरानी कॉलोनियों में शामिल इंद्रपुरी कॉलोनी वर्ष-१९९० में अस्तित्व में आई। धारेश्वर गृह निर्माण समिति के नाम से यह कॉलोनी काटी गई। कॉलोनाइजर ने वक्त-वक्त पर लोगों को प्लॉट तो बेच दिए। लेकिन तीन दशक बाद भी कॉलोनीवासियों को सड$क तक नसीब नहीं हुई। मुरम की कच्ची सड$क से लोग आवाजाही करते है। न तो बगीचे है और न ही ड्रेनेज की सुविधा है। सैकड़ों शिकायत के बाद हाल ही में एक स्ट्रीट लाइट के लिए विद्युत पोल नपा ने लगाए हैं।
शहर की सबसे पुरानी कॉलोनियों में शामिल इंद्रपुरी कॉलोनी वर्ष-१९९० में अस्तित्व में आई। धारेश्वर गृह निर्माण समिति के नाम से यह कॉलोनी काटी गई। कॉलोनाइजर ने वक्त-वक्त पर लोगों को प्लॉट तो बेच दिए। लेकिन तीन दशक बाद भी कॉलोनीवासियों को सड$क तक नसीब नहीं हुई। मुरम की कच्ची सड$क से लोग आवाजाही करते है। न तो बगीचे है और न ही ड्रेनेज की सुविधा है। सैकड़ों शिकायत के बाद हाल ही में एक स्ट्रीट लाइट के लिए विद्युत पोल नपा ने लगाए हैं।
केस 2 : अन्नपूर्णा कॉलोनी
शहर की अन्नपूर्णा कॉलोनी वैसे तो किले के नीचे बसी है। लेकिन कॉलोनी में जरूरी सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं है। रोड तक नगर पालिका ने बीते सालों में बनवाए हैं। कॉलोनी में दशकों पुरानी पानी की समस्या का न तो कॉलोनाइजर निराकरण कर पाए और न ही नगर पालिका कोई बंदोबस्त कर पाई। वर्तमान में टैंकर से अन्नपूर्णा कॉलोनीवासियों को पानी वितरण किया जाता है। पर्याप्त पानी नहीं मिल पाने के कारण आए दिन विवाद भी होते रहते हैं। मंदिरों के पास ड्रेनेज का पानी भरने के कारण कॉलोनी के लोग हर माह जनसुनवाई में एक आवेदन देते हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी रहती है।
शहर की अन्नपूर्णा कॉलोनी वैसे तो किले के नीचे बसी है। लेकिन कॉलोनी में जरूरी सुविधाओं के नाम पर कुछ नहीं है। रोड तक नगर पालिका ने बीते सालों में बनवाए हैं। कॉलोनी में दशकों पुरानी पानी की समस्या का न तो कॉलोनाइजर निराकरण कर पाए और न ही नगर पालिका कोई बंदोबस्त कर पाई। वर्तमान में टैंकर से अन्नपूर्णा कॉलोनीवासियों को पानी वितरण किया जाता है। पर्याप्त पानी नहीं मिल पाने के कारण आए दिन विवाद भी होते रहते हैं। मंदिरों के पास ड्रेनेज का पानी भरने के कारण कॉलोनी के लोग हर माह जनसुनवाई में एक आवेदन देते हैं, लेकिन समस्या जस की तस बनी रहती है।