होटलों पर खाने खाने चले जाते है, छोड़ जाते है रोड पर वाहन, होती है दुर्घटनाएं
धारPublished: Dec 12, 2016 11:36:00 pm
लापरवाह पुलिस कभी नहीं करती कार्रवाई, एनएचएआई भी नहीं दे रहा ध्यान
पूर्व विधायक ने किया था आंदोलन
मानपुर.महू. इंदौर से 40 किमी दूर मानपुर हाइवे और गणपति घाट दुर्घटना के नाम पर कुख्यात हो चुका है। फोर लेन पर आए दिन दुर्घटना होना आम बात हो गई है। क्योंकि यहां खाना खाने, शराब पीने और नाश्ता करने आए वाहन चालक अपने बड़े-बड़े वाहन ट्रक, डंपर, बस, ट्राले व अन्य वाहन बीच रोड पर खड़े कर देते है। इससे रोड संकरा हो जाता है। पीछे से आ रहे ड्रायवर को दूर का नजर नहीं आता और दुर्घटनाएं होती है। दूसरी ओर पुलिस बेहद लापरवाह है।
पुलिसकर्मी कभी गश्त नहीं करते, कभी यहां चालान नहीं बनाते, ताकि लोगों की जान से खिलवाड़ रुक जाए। स्थानीय टीआई खुद स्वीकार कर रहे है कि चालानी कार्रवाई शुरू नहीं की है। जबकि उन्हें थाने पर पदस्थ हुए लंबा समय बीत गया है।
इस मार्ग पर बड़ी संख्या में ढाबे है। वाहन चालक जहां होटल देखते है, वहीं पर अपनी मर्जी से बेफ्रिक होकर वाहन खड़े कर चाय-नाश्ते के लिए चले जाते है। जिसके कारण रोड़ से गुजरने वाले दो पहिया वाहन सीधे फोरलेन पर खड़े वाहनो में घुस कर दुर्घटना का शिकार हो जाते है। इन वाहनों पर रेडियम की पट्टी भी नहीं लगी होती। साथ ही इन गाडिय़ों की पार्र्किंग लाइट भी आमतौर पर खराब हो जाती है, जिससे खड़ा हुआ वाहन नहीं दिखता और दुर्घटनाएं हो जाती है।
कुछ दिन पूर्व गणपति घाट में होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए स्थानीय पूर्व विधायक पाचीलाल मेडा ने आंदोलन शुरू किया था, लेकिन एनएचएआई के अफसरों ने आश्वासन देकर आंदोलन खत्म करवा दिया। अब तक कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की है।
चालानी कार्यवाही करेंगे
अभी तक पुलिस ने वाहन चालकों पर चालानी कार्रवाई नहीं की है। लेकिन अब जल्द ही कार्रवाई शुरू करेंगे।
राकेश मोदी, थाना प्रभारी मानपुर।