तिवारी का पीथमपुर स्थित टे्रड सेंटर बना हुआ है। इस मामले को लेकर पूर्व में भी शिकायतें हुई लेकिन इन्हें दबा दियागया। इस बार पूर्व विधायक जसवंतसिंह राठौर के बेटे विजय राठौर ने माफिया तिवारी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
टीएनसीपी में अधिक जमीन का कराया नक्शा पास सेंटर बनाने में पूरी तरह से फर्जीवाडा हुआ है। फर्जीवाडे के दस्तावेज राठौर ने कलेक्टर को सौंपे है। उनका कहना है कि जमीन 26 हजार वर्गफीट थी लेकिन नक्शा 38 हजार वर्गफीट का पास कराया गया। इसमें राजस्व और नगर पालिका ने भी आंखें मूंदी रखी। बताया जाता है यहां पर पटवारी, नगर पालिका में कई कर्मचारी वर्षों से जमे है। विजयसिंह राठौर ने बताया कि मामला छत्रछाया कालोनी का है। सत्यनाराण न्याती ने सिद्धार्थ बिल्डर्स एवं डेवल्पर्स तर्फे अनुज उर्फ भोला तिवारी के पक्ष में रजिस्ट्री की। रजिस्ट्री २५हजार ३३० वर्ग फीट जमीन की हुई। 10 हजार वर्गफीट पक्की प्लींथ का निर्माण हुआ। कुल भूमि 26330 वर्गफीट थी । इसके बाद क्रेता-विक्रेता ने नगर विकास विभाग से 38779 वर्गफीट जमीन बताकर नक्शा पास करा लिया। सूत्रों की मानें तो इस काम्प्लेक्स में स्थानीय भाजपा नेताओं का भी शेयर है। जिसके चलते इसे धडाधड अनुमतियां मिलती गई।
रहवासियों ने कहा बगीचा हजम कर गया माफिया उधर रहवासियों ने भी जनसुनवाई में शिकायत की। इन लोगों ने बताया कि भोला तिवारी ,सत्यनारायण न्याति ने काम्प्लेक्स का छत्रछाया और रामरतन कालोनी से जुडा है। महेश वर्मा, अजय कुशवाह, महेन्द्र वर्मा ने बताया कि ये जमीन पर बगीचा बनाया जाना था। उधर यहां नाला भी बताया जा रहा है।
पकड से बाहर है माफिया निहाल नगर और तिरला में प्रकरण दर्ज होने के बाद माफिया भोला तिवारी फरार है। दरअसल फरार कराने में पुलिस के कुछ निचले स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों की मिलीभगत है। पुलिस भोला की तलाश कर रही है लेकिन सेंट टेरेसा में फरार माफिया सुधीर जैन की तरह भोला भी पुलिस को छका रहा है।