नर्मदा का जलस्तर बढऩे से पानी में ढह गए अस्थायी पुल
धारPublished: Feb 22, 2020 01:04:48 am
हजारों श्रद्धालु बेंट स्थित श्री बिल्वामृतेश्वर महादेव के दर्शन से हुए वंचितश्रद्धालु व नागरिकों में निराशा व आक्रोशप्रशासन के समक्ष जताई नागरिकों व श्रद्धालुओं ने नाराजगी
नर्मदा का जलस्तर बढऩे से पानी में ढह गए अस्थायी पुल
धरमपुरी . महाशिवरात्रि पर्व के सफल आयोजन को लेकर प्रशासन के सारे दावे अस्थायी पुल के धराशायी होने के साथ खोखले साबित हुए। नर्मदा का जलस्तर बढ जाने से महाशिवरात्रि पर बेंट स्थित श्री बिल्वामृतेश्वर महादेव के दर्शन की आस लिए आए हजारों श्रद्धालु दर्शन से वंचित हो गए। इस बार शिवरात्रि पर हजारों शिवभक्त बेंट स्थित शिव मंदिर पहुंचकर शिव दर्शन का नहीं कर पाए। श्री बिल्वामृतेश्वर महादेव की दर्शन की आशा में आए हजारों श्रद्धालुओं को दर्शन से वंचित होकर निराश लौटना पड़ा। शुक्रवार सुबह नर्मदा का जलस्तर बढ़ता रहा और अधिकारियों के सामने अस्थायी पुल जलमग्न होकर धराशायी होते रहे। कलेक्टर, एसपी धरमपुरी पहुंचे और वहां के अधिकारियों से स्थिति की जानकारी ली। प्रशासनिक अमला अस्थायी पुल की मरम्मत में जुटा रहा।
शीतलामाता घाट का रास्ता किया बंद
शुक्रवार सुबह नर्मदा का जलस्तर बढने से शीतलामाता घाटी, भेरुघाटी व कठोरा घाटी पहुंच मार्ग पर निर्मित अस्थायी पुल के जलमग्न होने की स्थिति निर्मित होने लगी थी। जिसकी सूचना मिलते ही तहसीलदार अजमेरसिंह गौड़, टीआई पीआर डावर शीतलामाता घाटी पहुंचे। एसडीएम एसएन दर्रो भी मौके पर पहुंच गए थे। शीतलामाता घाट, भेरू घाटी व कठोरा घाटी पर निर्मित अस्थायी पुल देखते ही देखते जलमग्न होकर ढह गए। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा की दृष्टि से शीतलामाता घाटी से बेंट तक श्रद्धालुओं का आवागमन बंद करा दिया। इस कारण बेंट जाने से वंचित हुए श्रद्धालुओं को नर्मदा में स्नान के लिए पेढी घाट जाना पडा। बेंट जाने वाले श्रद्धालुओं को प्रशासन द्वारा शीतलामाता घाट पर बेरिकेड्स लगाकर रोक दिए जाने के कारण श्रद्धालुओं का दबाव पेढी घाट पर लगातार बढ़ रहा था। राजबाड़ा चौक पर पुराने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन परिसर के सामने शीतलामाता घाट पहुंच मार्ग पर भी पुलिस ने बेरिकेड्स लगाकर श्रद्धालुओं को शीतलामाता घाट जाने से रोककर पेढी घाट की तरफ रवाना किया। जिसके चलते श्रद्धालुओं की लगातार बढती संख्या की तुलना में पेढ़ी घाट पर स्नान के लिए जगह कम पडऩे लगी थी। इसलिए श्रद्धालुओं को घाट के समीप जहां भी जगह मिली नर्मदा में स्नान किया। राजबाड़ा चौक से शीतलामाता घाट पहुंच मार्ग पर एक ही मार्ग से श्रद्धालुओं का आवागमन होने से मार्ग से गुजरने में श्रद्धालुओं को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था।
नागरिकों व श्रद्धालुओं ने जताया आक्रोश
जलस्तर बढने से अस्थायी पुल ढहने की सूचना मिलने पर अपर कलेक्टर शैलेंद्रसिंह सोलंकी व एडिशनल एसपी देवेंद्र पाटीदार शीतलामाता घाट पहुंचे। यहां मौजूद श्रद्धालुओं व नागरिकों ने अस्थायी पुल बह जाने से श्रद्धालुओं को हो रही परेशानी पर अधिकारियों के समक्ष अपनी नाराजगी व्यक्त की। नागरिकों का कहना था कि जब जलस्तर नहीं बढाए जाने का आश्वासन दिया गया था तो फिर जलस्तर कैसे बढ़ गया। इस पर एडीएम सोलंकी ने बताया कि एनएचडीसी से हमने बांध का पानी रोके जाने की बात कही थी। जिसे हमने आपको अवगत कराया था। हम बीच के लोग हंै। यदि हमारे अधिकार में पानी रोकना होता तो हम वहीं रोक देते। इस पर नागरिक चंद्रभूषण महाजन ने कहा कि यदि आपका आपस में तालमेल नहीं है तो इसका खामियाजा श्रद्धालु क्यों भुगते। इस पर एडीएम सोलंकी ने कहा कि सुबह हमको जलस्तर बढऩे का जैसे ही पता चला हमने खंडवा कलेक्टर को अवगत कराकर सुबह करीब साढे 8 बजे चार टर्बाइन में से दो टर्बाइन बंद करा दिए थे।
कलेक्टर व एसपी पहुंचे धरमपुरी
जलस्तर बढऩे के कारण अस्थायी पुल ढहने की सूचना मिलने पर शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे कलेक्टर श्रीकांत बनोठ व एसपी आदित्यप्रतापसिंह स्थिति का निरीक्षण करने धरमपुरी नर्मदा किनारे स्थित शीतलामाता घाट पहुंचे। यहां प्रशासनिक अधिकारियों से कलेक्टर बनोठ ने हालात व श्रद्धालुओं की व्यवस्थाओं की जानकारी ली। कलेक्टर बनोठ ने पत्रकारों से चर्चा में बताया कि रात में नर्मदा का जलस्तर बढऩे से पुल टूटा है। जैसे ही सुबह पता चला एनएचडीसी को बोलकर खोले गए चार टर्बाइन में से दो टर्बाइन बंद करवाए। जलस्तर नहीं बढाए जाने को लेकर हम पत्राचार, टेलीफोनिक आदि के जरिए सम्पर्क में थे, लेकिन कल रात से पानी किसी कारणवश बढा दिया है। मशीनरी लगाकर पुल दुरुस्त करने की कोशिश कर रहे है ताकि शाम से श्रद्धालु मन्दिर तक पहुंच सके।