टाटा मोटर्स को जारी किया था चेक बैंक प्रबंधक पारिक ने अपने आवेदन में उल्लेख किया है कि राम कागेश्वर 25 मार्च को उनकी शाखा में आया और खाते नंबर की जानकारी लेकर दिलीप बिल्डकॉन कंपनी का चेक भुगतान के लिए लगा दिया। बैंक प्रबंधक ने चेक के संबंध में सर्कल आफिस इंदौर से संपर्क कर दिलीप बिल्डकान की जानकारी प्राप्त की। जानकारी से पता चला चेक कूटरचित है। मूल चेक जो 10 लाख 74 हजार 424 रूपए था और उसे दिलीप बिल्डकॉन ने टाटा मोटर्स फाइनेंस लिमिटेड को जारी किया गया था। जिसका भुगतान भी हो चुका था, लेकिन रामा कागेश्वर ने दिलीप बिल्डकॉन के मूल चेक के नंबरों वाला फर्जी चेक जो नौ करोड 91 लाख रुपए का बनाकर उसे मनावर की पंजाब नेशनल बैंक शाखा मेंं जमा करने का प्रयास किया। आवेदन में फर्जी चेक पेश करने वाले रामा कागेश्वर के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज कर कार्रवाई करने की मांग की। थाना प्रभारी नीरज बिरथरे ने बताया की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया।