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धार

कोरोना के चलते सब-कुछ बंद, प्रसूताओं को नहीं मिल रहा भोजन

गुजरी के सरकारी अस्पताल में बदइंतजामी

धारMay 11, 2021 / 12:05 am

shyam awasthi

कोरोना के चलते सब-कुछ बंद, प्रसूताओं को नहीं मिल रहा भोजन

प्रसूता कमूबाई भोजन नहीं मिलने पर बिस्किट खाते हुए ।

अंतिम सिटोले
गुजरी. ग्राम के शासकीय अस्पताल में प्रसूताओं को दिए जाने वाला भोजन नहीं मिल रहा है। प्रसूताएं बिस्किट खाकर गुजारा कर रही है । रविवार की शाम पत्रिका पड़ताल के दौरान प्रसूता कमूबाई संजय कटारे बिस्किट खाते दिखाई दी।
पूछने पर बताया कि नाश्ता-भोजन नहीं दिया गया। जबकि प्रसव के बाद महिलाओं को दूध, रोटी, दलिया, दाल, बिस्किट, लड्डू दिया जाना है । इन दिनों तो प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसूताओं को खाना तो दूर नाश्ता व चाय तक नहीं मिल रही है । वर्तमान में कोरोना कफ्र्यू के चलते सबकुछ लॉक है । ऐसे में प्रसूताएं भूखी नजर आ रही है। अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग के प्रोटोकॉल को ताक पर रख दिया गया है । भोजन की व्यवस्था नहीं होने से प्रसूता के परिजन प्रसव के एक दिन बाद बाद ही स्वंय अपनी इच्छा से छुट्टी लेकर घर जा रहे है । ताकि घर पर पौष्टिक भोजन मिल सके । जिससे जच्चा बच्चा सुरक्षित रहे ।
अस्पताल में भोजन का हाल
शनिवार की रात 7 बजे ग्राम काकड़दा निवासी उर्मिला पति अभिषेक अस्पताल में भर्ती हुई । 44 मिनट बाद डिलिवरी हुई। स्वस्थ बालिका को जन्म दिया, लेकिन यहां खाना तो दूर चाय तक प्रसूता के लिए पडोस से मांगकर लाना पड़ी । यह बात प्रसूता व उनके परिजन ने बताई । जबकि हर महीने प्रसूताओं के भोजन के नाम पर बड़ी राशि का भुगतान कागजों में करके जिम्मेदार अपनी जेबों में भर रहे हैं । यह तो महज उदाहरण हैं। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रसव तो हर दिन हो रहे हैं। लेकिन शासन द्वारा प्रसूताओं को दिए जाने वाले भोजन व नाश्ता नाम पर महज कागजों में है ।
अस्पताल पर कई गांव निर्भर ग्राम का प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आसपास के करीब 50 से 100 गांव से निर्भर हैं। यहां खरगोन जिले के भी गांव से प्रसूताएं आती हैं। जानकारी अनुसार यहां रोजाना दो से चार डिलीवरियां नॉरमल कराई जाती है । ऐसे में प्रसूताओं को भोजन नहीं मिलना सरकार की योजनाओं को मुंह चिढ़ा रही है। भाजपा महिला जिला उपाध्यक्ष सुनीता दुबे ने बताया कि अस्पताल की स्थिति बहुत ही दयनीय है । मेरे द्वारा पूर्व में भोजन दिया जाता था । वर्तमान में प्रसूताएं दलिया तक को तरस रही हैं । जल्द ही पोषण व्यवस्था शुरू नहीं कि तो मैं कलेक्टर को शिकायत की जाएगी।
कल से शुरू करवाता हूं व्यवस्था
मैंने डॉ. हर्षिता गौड़ को भोजन शुरू करने को बोला था । परन्तु वो पैमेंट एडवांस मांग रहे थे। उन्हें किराना लाने को कहा है । मैं कल से ही भोजन व्यवस्था शुरू कराता हूं। -प्रजपाल बामनिया, अकाउंटेंट।

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