इस पोस्टर में लिखा कि मुख्यमंत्री चौहान गुम हो गए है। उनके कहीं पर भी पते नहीं है। उनकी सभी बहनें उन्हें ढूंढ रही है। दो महिने से सीएम की तलाश जारी है। संघ की जिलाध्यक्ष सोनू राजपुरोहित ने बताया रविवार को मोहन टॉकिज चौराहे पर सीएम की गुमशुदगी का पोस्टर लगाया है। हमारी हड़ताल को २८ दिन हो चुके है। लेकिन सरकार सुनवाई नहीं कर रही है। इस कारण संगठन द्वारा सोमवार को त्रिमूर्ति चौराहे पर भी सीएम की गुमशुदगी के पोस्टर लगाएंगे।
राजपुरोहित ने बताया कि हड़ताल के दौरान महिला एवं बाल विकास विभाग के सुपरवाइजर और परियोजना अधिकारियों द्वारा हड़ताली आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं पर काम पर लौटने के लिए दबाव बना रहे है। इस कारण सभी साथी तनाव के दौर से गुजर रही है। इधर अनिश्चितकालीन को भूख हड़ताल में बदल चुकी आंबा कार्यकर्ताओं ने की भूख हड़ताल रविवार को खत्म हुई। भूख हड़ताल की शुरूआत १२ अप्रैल से हुई थी। लेकिन रविवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी सुभाष जैन ने ज्यूस पिलाकर कार्यकर्ताओं की भूख हड़ताल खत्म करवाई। साथ ही २४ घंटे की बजाय अब कार्यकर्ता सुबह 10 से शाम 5 बजे तक हड़ताल पर रहेंगी।