विधायक के गृहग्राम का अस्पताल बीमार
धारPublished: Apr 29, 2021 12:51:38 am
डॉक्टर नहीं, मरीज हो रहे परेशान, स्टाफ नर्स, सीएचओ ने संभाल रखी है कमान
अस्पताल में मेडिकल ऑफिसर नहीं होने से मरीज हो रहे परेशान ।
अंतिम सिटोले
गुजरी . विधायक पांचीलाल मेड़ा के गृह ग्राम के अस्पताल में सुविधाओं की कमी है। डाक्टर के नहीं होने के कारण स्टाफ नर्स ही सारा काम देख रही है। मेडिकल आफिसर हर्षिता गौड़ और मयूना सिकरवार पदस्थ है। ये कारणवश ड्यूटी पर नहीं आ रही है जिससे मरीजों को इधर उधर भटकना पड़ रहा है। इस परेशानी से ग्रामीणों ने विधायक मेड़ा को भी कई बार अवगत कराया। मेडा अस्पताल आए भी जिला अधिकारी से बात भी की परन्तु स्थिति जस की तस ही है। गौरतलब है कि स्वास्थ्य विभाग के ही जारी एक पत्र के अनुसार डॉ हर्षिता गौड क़े पति पॉजिटिव होने से वह ड्यूटी पर नहीं आ रही है तो डॉ मयूना सिकरवार खुद पॉजिटिव होने से ड्यूटी पर नहीं आ रही है। जिला अधिकारी जितेंद्र चौधरी इस बात से अनजान है । अन्य डॉक्टर को पदस्थ नहीं किया जा रहा है ।
डॉक्टर बिना चल रहा अस्पताल
हालात इतने बिगड़ गए है कि मरीजों को जिम्मेदारों ने उनकी हालत पर छोड़ रखा है। अस्पताल का
हाल भी ऐसा है कि यहां कभी चार से पांच डॉक्टर रहते थे। वर्तमान में एक भी डॉक्टर डयूटी पर नहीं ह । इस कारण अस्पताल की व्यवस्था बेपटरी हो गई है । मरीज कराह रहे हैं, खून नहीं चढ़ पा रहा है। मलेरिया , बुखार, सर्दी के मरीजों का हाल बुरा है । डाक्टर के नहीं मिलने के कारण मरीज सहित उनके परिजन भटक रहे हैं ।
मरीज जोखिम में
मरीजों का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टर नहीं होने से कमजोर व गरीब तबके के लोगों को निराशा हाथ लग रही है । बाजार से महंगे दाम देकर फर्जी डॉक्टरों से जान जोखिम मे डालकर इलाज कराना पड़ रहा है। अब हालात ऐसे है जिले मे बैठे जिम्मेदार अधिकारी द्वारा डॉक्टरों पर ध्यान नही देने से अस्पताल की व्यवस्था बेपटरी हो गई है ।
क्या कहते है जिम्मेदार .
गुजरी में तो डॉक्टर पदस्थ है ंपर अगर डॉक्टर सेवा नहीं दे रहे हैं तो यह आपके द्वारा संज्ञान में लाया गया है । मेरे पास अनुपस्थिति की रिपोर्ट नहीं आई है। मैं आज ही पत्र जारी करता हूं ।
जितेंद्र चौधरी, सीएचएमओ ।