छेड़छाड़ का बदला लेने के लिए की थी हत्या
इसका केस धार कोर्ट में चल रहा

धार. पुलिस ने इंदौर-अहमदाबाद फोरलेन पर गुणावद व उटावद के बीच बाइक चलाते युवक की सब्बल मारकर हत्या करने के मामले में खुलासा किया है। इसमें आरोपितों से कड़ी पूछताछ में बताया गया कि धर्मेन्द्र की पत्नी के साथ पिपल्या निवासी दिलीप ने छेड़छाड़ की थी। इसका केस धार में कोर्ट में चल रहा था। दिलीप से बदला लेने तथा उसे रास्ते से हटाने के लिए दो लाख रुपए की सुपारी दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर पूछताछ की।
मौका मिलते ही दिया घटना को अंजाम
आरोपितों ने बताया कि गत 3 फरवरी को आरोपित इंदरसिंह को दिलीप तथा उसके साथी की कोर्ट पेशी में आने की सूचना मिलने पर हम कोर्ट पहुंचे कोर्ट पेशी के बाद उसका पीछा कर उटावद भगवती ढाबे के आगे बाइक ओवरटेक करके रोकी तो दिलीप ने अपनी बाइक उटावद तरफ दौड़ा दी। इतने में सामने से दिलीप और इंदर आ गए। जिन्होंने बाइक रोककर इंदर ने लोहे की टॉमी बाइक दिलीप को मारना चाही, लेकिन वह मनोज को सीने लग गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
टीम में ये थे शामिल : टीम में एसएचओ बीएस. वसुनिया एवं उनके अधीन उनि बीएस परिहार, उनि अलका मैनिया, सउनि रमाकांत शुक्ला, सउनि विजय मिश्रा, सउनि अशोक तिवारा, सउनि मायाराम मावी, प्रधान आरक्षक सुरेशसिंह भदौरिया, आरक्षक अमरसिंह, गोपाल मचार महेंद्र आदि का सराहनीय कार्य रहा।
दिलीप को रास्ते से हटाने के लिए दी थी सुपारी
धर्मेंद्र की पत्नी के साथ दिलीप पिता मांगीलाल राजपूत निवासी पिपल्या ने छेड़छाड की थी। जिसका प्रकरण धार कोर्ट में चल रहा था। आरोपित दिलीप को निपटाने के लिए धर्मेंद्र के छोटे भाई बलराम ने करीब 3-4 माह पहले दूर के रिश्तेदार विक्रम पिता केशरसिंह दांगी निवासी उटावद से सुपारी की बात की थी। इसमें 2 लाख रुपये का सौदा तय हुआ था। विक्रम ने दिलीप को रास्ते से हटाने के लिए अपने साथी प्रेमसिंह बंजारा, इंदरसिंह राजपूत निवासी उटावद तथा संदीप कंजर निवासी बस स्टैंड धार को शामिल किया था।
इन चारों ने दिलीप को मारने की योजना बनाई थी। विक्रम से बलराम की बात होने के करीब एक हफ्ते बाद वह उटावद आया और सुपारी के अस्सी हजार रुपए विक्रम को एडवांस दिए। शेष रकम काम होने के बाद देना तय हुई थी। आरोपितों ने दिलीप को एक-दो बार मारने का प्रयास किया था, लेकिन मौका नहीं मिला था।
इस तरह हुआ था घटनाक्रम
गत 3 फरवरी को फरियादी दिलीप (33) पिता मांगीलाल चौहान राजपूत निवासी पिपल्या थाना सागौर व उसका दोस्त मनोज (35) पिता दयाराम डोडिया निवासी कुंवरसी थाना सागौर बाइक से पेशी के लिए धार कोर्ट आए थे। पेशी के बाद दिलीप एवं मनोज बाइक से वापस अपने घर के लिए करीब सवा चार बजे निकले थे। बाइक मनोज चला रहा था। दिलीप पीछे बैठा हुआ था। करीब शाम पौने 5 बजे भगवती ढाबा उटावद के आगे एक बाइक से तीन युवक हाथ में लकड़ी व कुल्हाडी लेकर आए और ओवरटेक करके एक युवक बाइक से उतरा और उन्हें मारने के लिए दौडा तो मनोज ने अपनी बाइक धार तरफ मोड़ ली और धार की ओर से एक बाइक पर तीन लडक़े आए।
उसमें से एक ने बाइक रोककर एक युवक ने चलती बाइक पर जान से मारने की नियत से मनोज को सामने से सब्बल मारी जो मनोज को दाहिने तरफ सीनें में धंस गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। फरियादी दिलीप की रिपोर्ट पर केस दर्जकर विवेचना मे लिया गया।
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