must read : पत्नी ने रोकर सुनाई ‘व्यथा’- मुझे डांस बार में नाचने के लिए मजबूर कर रहा है पति ये था पूरा घटनाक्रम 3 दिसंबर 2019 मंगलवार को फरयादी कृष्णा चौधरी निवासी घटगारा ने कानवन थाने पहुंचकर बताया कि मेरे पिता रामलाल चौधरी को पंचमुखी निवासी पूनमचंद चौधरी ने रुपए उधार लिए थे। उन्हें रुपए वापस लौटाने के लिए बुलाया था और अभी पिताजी रामलाल का मोबाइल बंद है। रामलाल का कोई पता नहीं है जिस पर कानवन थाने पर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई।
must read : हींग व्यापारी के इंदौर में 19 लाख जब्त हुए तो गला काटकर उज्जैन आया, होटल से मिला शव नदी पर मिला था अज्ञात शव कानवन पुलिस नेजांच प्रारंभ कर की। एसपी आदित्य प्रताप सिंह के मार्गदर्शन में एएसएपी औंकारसिंह कनेश, देवेंद्र पाटीदार, एसडीओपी जयंत सिंह राठौर ने तफ्तीश शुरू की। सूचना मिली मोहनी नदी पर शव पड़ा है। व्यक्ति की पहचान रामलाल निवासी के रूप में हुई।
must read : साड़ी की जगह नाइट गाउन में आ गई मॉडल तो भडक़े आयोजक, बदतमीजी कर बाहर निकाला पैसे और सगाई टूटना बना कारण जांच में पता चला कि मृतक रामलाल चौधरी के पोते की सगाई पंचमुखी निवासी पूनमचंद चौधरी की नातिन से हुई थी । पूनमचंद चौधरी ने रामलाल चौधरी से 1 वर्ष पहले 4 लाख रुपए उधार लिए थे। पूनमचन्द उधार लिए रुपए चुकाने में आनाकानी कर रहा था। पूनम चौधरी को लेकर सख्ती से पूछताछ की । पूछताछ में ये भी खुलासा हुआ कि कुछ समय पहले पीपल्दा निवासी बाबूलाल चौधरी की सगाई भी रामलाल चौधरी की पोती से तय हुई थी। सगाई भी रामलाल द्वारा तोड़ दी गई थी। जिस पर समाज में पूनमचंद और बाबूलाल की प्रतिष्ठा खराब हुई।
लाठी डंडों से पीटकर की हत्या
इस बात को लेकर बाबूलाल, घीसा लाल ,पूनम चंद ने रामलाल को रुपए लौटाने के बहाने बुलाया। सोसाइटी में आने के बाद रामलाल को बहला-फुसलाकर ग्राम कंसारा की ओर ले गए। जहां पर पहले से ही दिशा लाल का लडक़ा कृष्णा चौधरी व उसका साथी दिनेश भील इंतजार कर रहे थे वहां इन सभी ने रामलाल को जान से मारने की नीयत से लाठी डंडों से बेरहमी से मार पीट कर हत्या कर दी। सभी ने मिलकर मृतक शव को मोहिनी नदी के किनारे फेंक दिया। थाना निरीक्षक केएस गेहलोद, कानवन प्रधान आरक्षक रविंद्र जाट, राजकुमार मौर्य, जितेंद्र, मनीष, विपिन कटारे, भगवती, जितेन सोलंकी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
लाठी डंडों से पीटकर की हत्या
इस बात को लेकर बाबूलाल, घीसा लाल ,पूनम चंद ने रामलाल को रुपए लौटाने के बहाने बुलाया। सोसाइटी में आने के बाद रामलाल को बहला-फुसलाकर ग्राम कंसारा की ओर ले गए। जहां पर पहले से ही दिशा लाल का लडक़ा कृष्णा चौधरी व उसका साथी दिनेश भील इंतजार कर रहे थे वहां इन सभी ने रामलाल को जान से मारने की नीयत से लाठी डंडों से बेरहमी से मार पीट कर हत्या कर दी। सभी ने मिलकर मृतक शव को मोहिनी नदी के किनारे फेंक दिया। थाना निरीक्षक केएस गेहलोद, कानवन प्रधान आरक्षक रविंद्र जाट, राजकुमार मौर्य, जितेंद्र, मनीष, विपिन कटारे, भगवती, जितेन सोलंकी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।